Wimbledon Semifinals: नोवाक जोकोविच ने विंबलडन में अपना दबदबा जारी रखते हुए 2024 के सेमीफाइनल में लोरेंजो मुसेट्टी पर 6-4, 7-6(2), 6-4 से जीत हासिल की. सर्बियाई लीजेंड की जीत ने फाइनल में गत चैंपियन कार्लोस अल्काराज के खिलाफ एक बहुप्रतीक्षित 2023 के रीमैच की नींव रखी, जहाँ अल्काराज ने जोकोविच को मात दी थी.
दूसरे वरीय खिलाड़ी जोकोविच ने ऑल इंग्लैंड क्लब के ग्रास कोर्ट पर अपने असाधारण कौशल और अनुभव का प्रदर्शन किया. मुसेट्टी की शुरुआती इंटेंसिटी के बावजूद, 37 वर्षीय जोकोविच ने जल्दी ही अपनी लय हासिल कर ली और शुरुआती सेट के छठे गेम में एक महत्वपूर्ण ब्रेक हासिल किया. हालांकि मुसेट्टी ने वापसी करने में कामयाबी हासिल की, लेकिन जोकोविच ने पहला सेट जीतने के लिए अपना धैर्य बनाए रखा.
Wimbledon Semifinals: बस दूसरे सेट में दिखी टक्कर
दूसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. 25वें वरीय मुसेट्टी ने 3-1 से बढ़त बना ली, लेकिन जोकोविच ने वापसी की और आखिरकार टाईब्रेकर में जीत हासिल कर दो सेट की बढ़त हासिल कर ली. जोकोविच का अनुभव और उनकी वर्सटाइल प्रतिभा ही अंतर साबित हुई, क्योंकि उन्होंने मुसेट्टी पर बहुत ज्यादा दबाव बनाने के लिए सर्व और वॉली प्ले सहित कई तरह की रणनीति अपनाई. इटली के खिलाड़ी की खराब सर्विस गेम की वजह से आखिरकार उन्हें हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि तीसरे सेट में जोकोविच ने शुरुआती ब्रेक हासिल करके जीत पक्की कर ली.
मुसेट्टी के देर से उभरने के बावजूद, जोकोविच बेफिक्र रहे, उन्होंने अपने चौथे प्रयास में मैच जीतने से पहले तीन मैच पॉइंट बचाए. सर्बियाई खिलाड़ी के इस खास जश्न को, जिसमें वह अपने रैकेट से वायलिन बजाने का नाटक कर रहे थे, दर्शकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली, और सेंटर कोर्ट में कुछ लोगों ने हूटिंग भी की.
जोकोविच का 10वां विंबलडन फाइनल
जोकोविच की जीत उनके और दबाव में प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता का प्रमाण थी. सात बार के विंबलडन चैंपियन, जिन्होंने टूर्नामेंट से सिर्फ पांच हफते पहले घुटने की सर्जरी करवाई थी, ने अपनी लचीलापन और अनुकूलन क्षमता का परिचय दिया, और किसी भी फिटनेस संबंधी चिंता को पार करते हुए ऑल इंग्लैंड क्लब में अपने 10वें फाइनल में पहुंचे.
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मैच के बाद सेंटर कोर्ट में मौजूद दर्शकों से जोकोविच ने कहा, ‘मैंने कई बार कहा है कि विंबलडन में खेलना और जीतना मेरे लिए बचपन का सपना रहा है… मैं सात साल का बच्चा था और अपने सिर के ऊपर से बमों को उड़ते हुए देखता था और दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण कोर्ट पर खेलने का सपना देखता था.’
Wimbledon final: कार्लोस अल्काराज से होगा फाइनल मुकाबला
अब जोकोविच और अल्काराज के बीच रोमांचक फाइनल मुकाबले के लिए मंच तैयार है, क्योंकि सर्बियाई खिलाड़ी पिछले साल के खिताबी मुकाबले में अपनी हार का बदला लेना चाहेंगे और रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए आठवीं बार विंबलडन का खिताब अपने नाम करना चाहेंगे.