महाराष्ट्र के सांगली में एक छोटी से दुकान में चाय और पकौड़े बेचने वाले महादेव सरगर की खुशी का ठिकाना नहीं था. उनकी बेटी काजोल सरगर ने हरियाणा के पंचकुला में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीत लिया था. इस सीजन का यह पहला गोल्ड मेडल था. 17 साल की काजोल ने 113 किलोग्राम वजन उठाकर 40 किलोग्राम वर्ग में सोना जीता है. पिता को लोगों से बधाइयां मिल रही हैं.
काजोल के पिता महादेव सरगर ने इंडियंन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि हम तो रोज चाय पकौड़े ही बेचते हैं और यही करेंगे, हमारी बेटी तो बड़ा वजन उठाती है और हमें खुशी होती है. उन्होंने कहा कि मैंने सुबह सभी ग्राहकों को अपनी बेटी की उपलब्धि के बारे में बताया. और मेरी बेटी के लिए उनके प्रशंसाके शब्द सुनकर काफी अच्छा लगा. महादेव सरगर चाय की दुकान पर अपने ग्राहकों की सेवा करते हुए अपने फोन पर भी नजर डालते रहते हैं.
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गोल्ड जीतने वाली काजोल ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि मेरे पिता हमेशा चाहते थे कि हम एक खेल का अभ्यास करें. जब उन्हें भारोत्तोलन अकादमी के बारे में पता चला, तो उन्होंने मेरे बड़े भाई का नामांकन कराया. बाद में मैं भी वहां जाने लगी. उस समय, मेरे पिता हमारे गांव में दो एकड़ खेत में खेती करते थे और मैं अपनी मां के साथ चाय का दुकान चलाती थी. कभी-कभी, मैं चाय की दुकान से सीधे ट्रेनिंग के लिए जाती थी. मुझे पता था कि अगर मेरे पिता मेरे सपने का समर्थन कर सकते हैं, तो मैं भी उनके काम में उनका साथ दे सकती हूं.
काजोल का भाई संकेत भी अपने पिता के साथ चाय की दुकान में हाथ बंटाता है. वह काम के दौरान रेडियो या अपने फोन पर स्पोर्ट्स कमेंट्री सुनते रहता था. यह देख उसके पिता ने संकेत का दिग्विजय वेटलिफ्टिंग अकादमी में दाखिला कराया. उसके बाद उसी अकादमी में कोजोल का भी एडमिशन कराया. भाई-बहन की जोड़ी ने भारोत्तोलन का अभ्यास किया. युवा खिलाड़ी ने 2020 में जूनियर वर्ग में जिला खिताब जीता.
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बता दें कि हरियाणा के पंचकुला में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 चल रहा है. इस बड़े आयोजन में देश भर के युवा खिलाड़ी विभिन्न प्रतिस्पर्द्धाओं में भाग ले रहे हैं. इसे ओलिंपिक गेम्स की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है. भारत ओलिंपिक में ज्यादा से ज्यादा खिलड़ियों को भेजना चाहता है.