Paris Olympics 2024: भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने पेरिस ओलंपिक 2024 में खराब प्रदर्शन के बाद इंटरनेशल मैचों से संन्यास की घोषणा कर दी है. मेन्स डबल्स के पहले राउंड में ही रोहन बोपन्ना और एन श्रीराम बालाजी की भारतीय जोड़ी हारकर बाहर हो गई. भारतीय जोड़ी को एडौर्ड रोजर-वेसलिन और गेल मोनफिल्स की फ्रांसीसी जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा. रिटायरमेंट की घोषणा के बाद बोपन्ना अब जापान में होने वाले एशियाई खेलों 2026 की दौड़ से खुद ही बाहर हो गए हैं.
2026 एशियाई खेलों में नहीं खेलेंगे बोपन्ना
1996 में अटलांटा खेलों में लिएंडर पेस के ऐतिहासिक एकल कांस्य पदक के बाद से भारत को टेनिस में ओलंपिक पदक नहीं मिला है. रोहन बोपन्ना 2016 में इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब पहुंचे थे, लेकिन मिश्रित स्पर्धा में सानिया मिर्जा के साथ चौथे नंबर पर रहे. बोपन्ना ने जापान में 2026 एशियाई खेलों से खुद को बाहर करते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से देश के लिए मेरा आखिरी इवेंट होगा. मैं पूरी तरह से समझता हूं कि मैं कहां हूं और अब, जब तक यह चलता रहेगा, मैं टेनिस सर्किट का आनंद लेता रहूंगा.
Paris Olympics 2024: ‘बहुत कुछ सीखने को मिला’, पदक से चूकने के बाद बोलीं निशानेबाज रमिता जिंदल
Paris Olympics 2024: मंगलवार को भीषण गर्मी की चेतावनी
डेविस कप से पहले ही संन्यास ले चुके हैं बोपन्ना
बोपन्ना ने डेविस कप से संन्यास की घोषणा पहले ही कर दी है. उन्होंने कहा कि मैं जहां हूं, यह मेरे लिए बहुत बड़ा बोनस है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दो दशकों तक भारत का प्रतिनिधित्व करूंगा. 2002 में पदार्पण करने के बाद से और 22 साल बाद भी भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलने से मुझे बहुत गर्व है. बोपन्ना ने कहा कि 2010 में ब्राजील के खिलाफ डेविस कप मुकाबले में उनकी जीत भारत के लिए खेलते हुए उनकी सबसे यादगार जीत रहेगी. उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से डेविस कप के एक ऐतिहासिक जीत है. यह अब तक का मेरा सबसे बेहतरीन पल है. इसमें कोई शक नहीं कि चेन्नई में वह जीत और फिर सर्बिया के खिलाफ बैंगलोर में पांच सेटों वाला डबल्स जीतना अपने आप में गर्व की बात है.
बोपन्ना ने मोनफिल्स की तारीफ की
रविवार के मैच के बारे में बात करते हुए बोपन्ना ने कहा कि कोर्ट पर मोनफिल्स की मौजूदगी ने बहुत बड़ा अंतर पैदा किया. मोनफिल्स ने आखिरी समय में फैबियन रेबुल की जगह ली थी. उन्होंने कहा कि मोनफिल्स ने मुझे बताया कि यह उनका अब तक का सबसे अच्छा डबल्स मैच था. वह सिंगल्स मैच (पहले) खेलने के बाद गेंद को देख भी रहा था. वह गेंद को बहुत जोर से मार रहा था. उन्होंने बहुत ही उच्च प्रतिशत पर सर्विस की, इसके बावजूद हमारे पास अभी भी मौके थे, लेकिन हम उन्हें भुना नहीं पाए.
Sports Trending Video