Bihar News बिहार के दिनारा थाना क्षेत्र के लिलवछ पंचायत अंतर्गत डगरा टोला पर गुरुवार को दोपहर में भीषण आग लगने से झोपड़ी में सो रहे दादी और 12 वर्षीय पोता जिंदा जल गये. आग इतनी भयावह थी कि उन्हें बाहर निकलने का मौका भी नहीं मिला और दोनों की मौके पर मौत हो गयी. इसके अलावा घर में बांधी गयी भैंस भी जलकर मर गयी. साथ ही बाइक और घर में रखा सभी समान जलकर खाक हो गये.
आग की लपटें इतनी भयानक था कि पूरे गांव में चीख पुकार मंच गयी. मौके पर पहुंचे लोगों आग पर काबू पाने का बहुत प्रयास किया. लेकिन, वह इतनी भयानक रूप ले ली थी कि आसपास के करीब 12 से अधिक घरों को जलाकर कर खाक कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने आग लगने की वजह गांव से निकलने वाले कचरे में लगी आग बताया. उन्होंने बताया कि सुरेंद्र उर्फ भोला चौधरी की झोपड़ी के पास गांव का कचरा फेंका जाता है.
आज भी किसी ने वहां कचरा फेंका था, जिससे धुंआ उठ रहा था. लेकिन, किसी ने उसकी सुध नहीं ली. सुरेंद्र की झोपड़ी में उसकी मां राजमुनी कुंवर व 12 वर्षीय पुत्र अजीत कुमार सो रहे थे. तब शायद दोपहर के एक बज रहा होगा. तभी एकाएक लोगों के चिल्लाने की आवाज आने लगी. सभी लोग वहां पहुंचकर आग पर काबू पाते, तब तक सबकुछ जलकर राख हो गयी थी. आधे से ज्यादा झोंपड़ियों के जलने के बाद पहुंची अग्निशमन की गाड़ियां.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के तुरंत बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गयी. लेकिन, वह मौके पर पहुंचते उसके पहले ही आधे से अधिक झोपड़ियां, आग में जलकर राख बन गयीं. सूचना मिलने पर दिनारा थानाध्यक्ष विनय कुमार पुलिस बल व अग्निशमन की गाड़ी के साथ मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने के प्रयास में जुट गये. काफी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया गया.
तब तक आसपास के बिरेंद्र चौधरी, विश्वनाथ चौधरी, अशोक चौधरी, केशव चौधरी, संतोष चौधरी, अशोक चौधरी, संतोष चौधरी सहित एक दर्जन से अधिक झोपड़ियां जलकर राख हो गयीं. इसके साथ ही इनके अरमान भी आग में जल गये.इन्होंने बताया कि अपने जीवन की सारी पूंजी इस झोंपड़ी में थी. अब हमलोग क्या खायेंगे. यह भगवान जाने? घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. इस घटना से आसपास के गांवों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है. दिनारा थानाध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि जले हुए दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम भेजा दिया गया है. आग लगने का कारण अबतक स्पष्ट नहीं हो पाया है.