बगहा में मिड डे मिल खाने की वजह से सोमवार को सैकड़ों बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. भैरोगंज थाना क्षेत्र के बांसगांव-परसौनी स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में सोमवार की दोपहर करीब 12:30 बजे मध्याह्न भोजन खाते ही अधिकांश बच्चे गंभीर बीमार हो गये. जिससे विद्यालय प्रबंधन सहित परिजनों में अफरा तफरी मच गयी. आनन -फानन बीमार बच्चों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में उपचार के लिए ले जाया गया. जहां चिकित्सक ने बच्चों की नाजुक स्थिति देख अनुमंडलीय अस्पताल बगहा रेफर कर दिया.
104 बच्चे हुए बीमार
सूचना मिलते ही अभिभावकों की भीड़ जुट गई. इसके बाद आनन-फानन में एम्बुलेंस बुलाया गया और बच्चों को अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू हुई. इनमें से बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में 64 तथा रामनगर में 40 बीमार बच्चों को इलाज के लिए ले जाया गया है. जिसमें रामनगर से दो बच्चों को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल बेतिया भेज दिया गया है.
बच्चों ने की उलटी और शिरदर्द की शिकायत
बताया जा रहा है कि सोमवार को मेन्यू के अनुसार बच्चों को चावल दाल व सब्जी पड़ोसी गई थी. जिसे बच्चों ने लंच टाइम में खाया था. लेकिन इसके कुछ समय के बाद ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. किसी के सिर में दर्द व कुछ ने उल्टी करना आरंभ कर दिया.
खाने से आ रही थी केरोसिन की महक
बगहा में डॉ. केबीएन सिंह के नेतृत्व में सभी बच्चों का इलाज चल रहा है. वहीं रामनगर में थोड़े देर में ही 40 बच्चों को सिर दर्द, बेचैनी और उल्टी की शिकायत शुरू हुई. बच्चों ने भोजन में मिट्टी के तेल (केरोसिन) की तेज महक आने की शिकायत की. मिड डे मील भोजन स्कूल में ही पकाया गया था. नतीजा बीमार बच्चों को रामनगर पीएचसी लाया गया. जहां छात्र संदीप कुमार, अजीत कुमार और एक अन्य को सदर अस्पताल बेतिया रेफर कर दिया गया.
दो बच्चों को गंभीर हालत में किया गया रेफर
इस बाबत रामनगर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र भूषण ने बताया कि दो बच्चों को गंभीर हालत में रेफर किया गया है. शेष 42 बच्चों की इलाज के बाद हालात काबू में है. गौरतलब हो कि पूर्व में प्रखंड बगहा दो के राजकीय मध्य विद्यालय नरवल बरवल में एमडीम भोजन खाने से करीब ढाई सौ बच्चे बीमार हुए थे. जिसकी जांच मानवाधिकार आयोग ने की थी.
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ये बच्चे हुए बीमार
इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे बच्चों में अरुण कुमार दस वर्ष, प्रिंस कुमार 10 वर्ष, सुजीत कुमार 14 वर्ष, रवि राज आठ वर्ष, मुन्नू कुमार 14 वर्ष, गोलू कुमार 11 वर्ष, सचिन पटेल आठ वर्ष, नंदिनी कुमारी आठ वर्ष , सुजीत कुमार, छह वर्ष, चांदनी कुमारी, 10 वर्ष, आयुष कुमार, 10 वर्ष, सुजीत कुमार, छह वर्ष, सचिन पटेल, आठ वर्ष, मन्नू कुमार, 13 वर्ष, रवि कुमार, 13 वर्ष, सुगंती कुमार, 13 वर्ष आदि शामिल हैं.
रिपोर्ट- चंद्रप्रकाश आर्य बगहा