मुंगेर : प्रमंडलीय मुख्यालय मुंगेर का कद छोटा करने की बड़ी साजिश हो रही है. पहले मुंगेर से एसबीआई का क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय को यहां से हटाया गया, श्रम न्यायालय की स्थापना नहीं होने दी गयी और अब मुंगेर जिला दूरसंचार प्रबंधक का पद खत्म कर दिया गया है.
जिसके कारण अब हर छोटी-मोटी दूरसंचार से संबंधित कार्यों के लिए कर्मचारी से लेकर उपभोक्ताओं को भागलपुर का दौर लगाना पड़ेगा. लेकिन मुंगेर का दुर्भाग्य है कि यहां के जनप्रतिनिधि पुरी तरह मौन धारण किये हुए हैं और एक-एक कर सरकारी कार्यालय मुंगेर से हटाये जा रहे. भारत संचार निगम लि. ने अपने कई महत्वपूर्ण कार्यालय हटा कर दूसरे कार्यालय में विलय करने का निर्णय लिया है.
अब बिहार में पटना, भागलपुर, दरभंगा, गया एवं मुजफ्फरपुर जिला में मुख्य कार्यालय होगा. इसी कड़ी में मुंगेर, खगड़िया एवं कटिहार जिला दूरसंचार प्रबंधक पद का विलय भागलपुर में कर दिया गया है. विदित हो कि मुंगेर में जिला दूरसंचार प्रबंधक कार्यालय है. जहां टीडीएम का पद है. इसके अधिन मुंगेर के अलावे जमुई, लखीसराय एवं शेखपुरा जिला आता है. इन चार जिले का पूरा यूनिट मुंगेर से ही संचालित होता रहा है.
प्लानिंग, एडमिस्ट्रेशन सहित अन्य कार्यालय संचालित होता है. जहां प्लानिंग कर बेहतर दूरसंचार सुविधा प्रदान करने का काम होता है. लेकिन बीएसएनएल के कारपोरेट ऑफिस द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार मुंगेर में जिला दूरसंचार प्रबंधक का कार्यालय व पद दोनों खत्म कर दिया गया है और विलय भागलपुर में कर दिया गया है.
चार माह पूर्व ही हटाया गया एसबीआई का रिजनल ऑफिस : मुंगेर प्रमंडलीय मुख्यालय होने के बावजूद कई सुविधाओं से महरूम होता जा रहा है. मानो एक बड़ी साजिश रच कर मुंगेर का कद छोटा करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि इस दिशा में कोई खास पहल नहीं कर रहे.
जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा का ही परिणाम है कि 1 मई 2020 को मुंगेर से भारतीय स्टेट बैंक का क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय उठा कर भागलपुर ले जाया गया. जबकि कुछ वर्ष पूर्व बिहार ग्रामीण बैंक का मुख्यालय मुंगेर से खत्म कर दिया गया था.
posted by ashish jha