पटना: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बुधवार को लालू प्रसाद ( lalu yadav) से मुलाकात करने 10 सर्कुलर रोड पहुंचे. राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिल कर बाहर निकले कृषि मंत्री ने कहा मेरे नेता लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को इस पूरे मामले के बारे में जानकारी है. हम सभी लोग मिल कर सरकार चलायेंगे. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैंने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री के बयान को नहीं सुना है. जब उनके बयान को सुनूंगा, तब इस संबंध में प्रतिक्रिया दूंगा. उन्होंने दोहराया कि मेरे किसी भी मामले में कैबिनेट में कोई चर्चा नहीं हुई थी.
लालू यादव से मुलाकात के सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि नेपाल का एक युवक राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद मिलना चाहता था. मैंने उसे अपने नेता लालू प्रसाद से मिलवाया . उन्होंने साफ किया कि मेरे बयानों के संदर्भ में मेरे नेताओं को सब पता है. अब इसमें मैं कुछ नहीं कहना चाहता हूं. सूत्र बताते हैं कि सुधाकर सिंह ने बुधवार को लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के साथ भी कुछ मुद्दों पर चर्चा की है. उल्लेखनीय है कि इन दिनों प्रदेश के कृषि मंत्री अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं.
वहीं, सुधाकर सिंह को लेकर मुख्यमंत्री ने बीते बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में उनसे (कृषि मंत्री से) पूरी जानकारी चाह रहा था. उनसे पूछा कि क्या हुआ है? लेकिन वे तो जानकारी देने की बजाय उठ कर चल दिये. वहां मौजूद लोगों ने भी उन्हें बहुत समझाया. उपमुख्यमंत्री सहित वहां मौजूद सभी मंत्रियों से भी घटनाक्रम के बारे में पूछ सकते हैं. मालूम हो कि कृषि मंत्री ने कैमूर की एक सभा में कहा था कि उनके विभाग में कई लोग चोर हैं.
दरअसल, कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बीते रविवार को कैमूर में रविवार को किसानों को मंच से संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘बिहार के कृषि विभाग में सभी चोर है और मैं उस चोरों का सरदार हूं’. नीतीश कुमार (nitish kumar) के कृषि मंत्री के इस बयान पर बिहार की सियासत हड़कंप मचा हुआ था. उनके इस बयान का वीडियो काफी वायरल हुआ था. बाद में इसी बयान को लेकर कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री से सवाल किया था. जिसपर वे बैठक छोड़कर चले गए थे. मीडिया में खबरें यहां तक आयी कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात भी कही. हालांकि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बाद में प्रभात खबर को बताया था कि उन्होंने इस्तीफे की धमकी नहीं दी और न ही कैबिनेट बैठक में इस बारे में उनकी मुख्यमंत्री से कोई बात हुई है.