फोटो-3-सार्वजनिक दुर्गा मंदिर कुआड़ी. प्रतिनिधि, कुर्साकांटा सार्वजनिक दुर्गा मंदिर कुआड़ी जहां सैकड़ों वर्षों से विधि विधान पूर्वक शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मां दुर्गा की पूजा-अर्चना से होती रही है. रविवार को शारदीय नवरात्र के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा अर्चना वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान पूर्वक किया गया. मालूम हो कि सार्वजनिक दुर्गा मंदिर कुआड़ी में शारदीय नवरात्र के नवमी तिथि को बलि प्रथा की परंपरा थी. लेकिन लगभग 15 वर्ष पूर्व स्थानीय लोगों के विचार विमर्श से मंदिर में बलि प्रथा पर रोक लगा दी गयी. ————– सीने पर कलश रख भक्ति में लीन फोटो-4-सीने पर कलश रखकर अराधना करती भक्त. प्रतिनिधि, बथनाहा बथनाहा में एक महिला अपने सीने पर कलश स्थापित कर मां जगदंबा की भक्ति में लीन हैं. यह बथनाहा रेलवे स्टेशन के समीप सार्वजनिक दुर्गा मंदिर का है. नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के पलासी पंचायत वार्ड संख्या 02 निवासी पूजा देवी पति देव कुमार मां दुर्गा की भक्ति साधना में पूरी तरह लीन हो गयी हैं. महिला अपने सीने पर एक कलश स्थापित कर बिना कुछ खाए-पिए निर्जल व्रत कर मां की भक्ति कर रही हैं. इस साधना में उन्हें कोई परेशानी नहीं हो, इसका पूजा समिति द्वारा पूरा ध्यान रखा जा रहा है. महिला के परिजनों ने बताया वह नवमी पूजा तक मां की भक्ति में लीन रहेगी. बताया कि उन्हें देखने के लिए लोग दूर-दराज से आ रहे हैं. ——————————————- बंगाली परिवारों ने शुरू की थी पूजा-अर्चना फोटो-5-सज धजकर तैयार दुर्गा मंदिर. परवाहा. फारबिसगंज प्रखंड के परवाहा पंचायत के घीवाहा वार्ड संख्या चार स्थित दुर्गा मंदिर का इतिहास लगभग 134 वर्ष पुराना है. मंदिर का निर्माण कुछ बंगाली परिवार के द्वारा किया गया था. मंदिर के विषय में मंदिर के पुजारी दिलीप कुमार डे ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण मेरे दादाजी राज कुमार डे करवाएं थे. उन्होंने बताया की जिस समय इस मंदिर का निर्माण हुआ. शुरुआती समय में एक छोटा फूस का घर था. उसी में पूजा अर्चना होती थी. इस मंदिर में पूर्व में काफी दूर दराज से लोग आते थे. पूजा पाठ करते थे व लोगों की मनोकामनाएं भी पूर्ण होती थी. ———————– मां दुर्गा की हो रही पूजा फोटो-6-पलासी दुर्गा मंदिर पलासी. नवरात्रि के शुभ अवसर पर प्रखंड मुख्यालय सहित विभिन्न स्थानों पर स्थापित दुर्गा मंदिर में कलश स्थापित कर मां दुर्गा की विभिन्न रूपों का पूजा अर्चना की जा रही है. वहीं संबंधित मंदिर के कमेटी द्वारा मंदिर व पंडाल को आकर्षक रूप प्रदान किया जा रहा है. प्रखंड मुख्यालय सहित विभिन्न दुर्गा मंदिरों में प्रत्येक दिन संध्या को दीप प्रज्ज्वलित किया जाता है. दीप प्रज्ज्वलित करने के लिए सैकड़ों महिलाएं उमड़ पड़ती है. ……….. फोटो-2- दुर्गा के चौथे स्वरूप का पूजा करते श्रद्धालु. प्रतिनिधि, भरगामा रविवार को नवरात्रि का पांचवें दिन प्रखंड मुख्यालय स्थित मां चंडिका स्थान में भी पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इधर कदमाहा, जयनगर, सिमरबनी, भरगामा, खुटहा बैद्यनाथपुर, गम्हरिया, भरगामा बाजार, सोनापुर गांव स्थित दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की.
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