जांच के दौरान मदरसा में भारी अनियमितता को लेकर मदरसा बोर्ड को लिखा पत्र मदरसा में गुटबाजी व बच्चों की कम संख्या देख भड़के डीइओ फोटो-1-संजय कुमार, डीइओ अररिया. फोटो-2-मदरसा नोमानिया डुमरिया ईदगाह. प्रतिनिधि, अररिया पिछले सप्ताह जिला शिक्षा पदाधिकारी अररिया संजय कुमार मदरसा बोर्ड के निर्देश पर मदरसा नोमानिया डुमरिया ईदगाह जोकीहाट की विभिन्न अनियमितताओं व कमेटी गठन के मामले को लेकर मदरसा पहुंचे. जहां उन्होंने मदरसा परिसर में आयोजित बैठक में सैकड़ों ग्रामीण से रू-ब- रू हुए. जांच में पहुंचे डीइओ सबसे पहले मदरसा में बच्चों की कम संख्या देख काफी नाराज दिखें. उन्होंने मौके पर ही वर्ग वार बच्चों की उपस्थिति को जाना, संख्या देख उन्होंने मदरसा के हेड मौलवी फिरोज आलम के साथ साथ सभी शिक्षकों को स्थिति में सुधार लाने का निर्देश दिया. उन्होंने इसके लिए एक माह का समय दिया. अन्यथा सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी. मौके पर उन्होंने उपस्थिति पंजी में वर्ग एक से आठ तक किसी भी कक्षा की उपस्थिति पंजी में बच्चों का उपस्थिति दर्ज नहीं पाया. इस मदरसे में वस्तानिया से लेकर मौलवी तक की पढ़ाई होती है. लेकिन पठन पाठन की व्यवस्था काफी चौपट है. यहां हेड मौलवी सहित आठ शिक्षक कार्यरत हैं. जांच के बाद उन्होंने बताया की मदरसा कमेटी ने बताया कि जांच के दौरान उन्हे हेड मौलवी ने जानकारी दी की जो वर्तमान कमेटी गठित है वो उन पर दबाव डालकर हस्ताक्षर कराया गया था. आमलोगों के साथ बैठक कर कमेटी का गठन नही किया गया है. जांच के दरम्यान डीइओ ने बताया की अधिकांश ग्रामीण वर्तमान कमेटी के विरुद्ध थे. इस कमेटी को अस्वीकार कर रहे थे. डीइओ ने बताया की इन तमाम बिंदुओं पर जांच के बाद इस मदरसा के कमेटी को वैध नहीं माना जा सकता है. उन्होंने बताया की चूंकि मदरसा परिसर में मौजूद लोग दो समूह में स्पष्ट रूप से विभाजित व उग्र थे. ऐसी स्थिति में मदरसा बोर्ड के किसी पदाधिकारी अथवा कर्मी की उपस्थिति में मदरसा नोमानिया डुमरिया ईदगाह जोकीहाट की समिति का नये सिरे से गठन करा सकती है. जिसके लिए उन्होंने मदरसा बोर्ड के सचिव को पत्र लिखा है. ताकि मदरसा की स्थिति को बेहतर और समिति का गठन पारदर्शी तरीके से हो सके.
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