अररिया. समाहरणालय स्थित परमान सभागार में विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के सफल संचालन, दत्तक ग्रहण के प्रति जन जागरूकता व यूडीआइडी कार्ड व दिव्यांगता प्रमाणपत्र संबंधी मामलों की समीक्षा की गयी. इसको लेकर जिलाधिकारी अनिल कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, सभी सीडीपीओ, प्राइवेट नर्सिंग होम व मैटरनिटी सेंटर के संचालक व चिकित्सकों ने भाग लिया. मौके पर जिलाधिकारी ने स्पॉन्सरशिप योजना के तहत पांच लाभुकों को स्वीकृति आदेश प्रदान किया. इस क्रम में पांच दिव्यांगजनों के बीच संबल योजना के तहत बैट्री चालित ट्राइसाइकिल वितरित की गयी. वहीं जिलाधिकारी ने दत्तक ग्रहण, यूडीआइडी कार्ड, दिव्यांगता प्रमाणपत्र व दिव्यांगजनों के लिए संचालित अन्य योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से निकाले गये प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र में रवाना किया. इससे पूर्व जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते कार्यशाला के उद्देश्य व महत्व से उन्हें अवगत कराया.
बच्चा गोद लेने के लिए निर्धारित कानूनी प्रक्रिया का पालन करना जरूरी
जिलाधिकारी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में संचालित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में अनाथ, परित्यक्त, अभ्यर्पित बच्चों को नियमानुकूल आवासित किये जाने पर विशेष जोर दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी अभिभावक को बच्चा गोद लेना हो तो इसके लिए विभागीय स्तर से विशेष पोर्टल बनाया गया है. आवेदन के बाद योग्य व्यक्ति बच्चे को गोद ले सकते हैं. सभी जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही किसी बच्चे को गोद लिया जा सकता है. जिलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित सभी चिकित्सकों को अपने क्षेत्र में ऐसे बच्चे दिखने पर उनकाे तत्काल विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में आवासित करने में आवश्यक सहयोग प्रदान करने व अपने स्तर से लोगों को जागरूक करने की अपील की. जिलाधिकारी ने स्पॉन्सरसिप योजना के बारे में बताया कि इसके तहत अनाथ व बेसहारा बच्चों के बेहतर परवरिश के लिए 4000 रुपये प्रति माह सहायता राशि देने का प्रावधान है. बताया गया कि पूर्व से 312 ऐसे बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ दिया जा रहा है. 74 नये बच्चों को इसके लाभ की स्वीकृति प्रदान किये जाने की जानकारी उन्होंने दी. इस प्रकार कुल 386 बच्चों के लिए स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है.
ससमय दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनाना करें सुनिश्चित
जिलाधिकारी ने यूडीआइडी कार्ड, दिव्यांगता प्रमाणपत्र के संबंध में सिविल सर्जन समेत अन्य चिकित्सकों को जरूरी निर्देश दिये. दिव्यांगों के प्रति संवेदनशीलता बरतते हुए नियमानुकूल यूडीआइडी कार्ड व दिव्यांगता प्रमाण पत्र ससमय बनाना सुनिश्चित कराने के लिए निर्देशित किया. जिला बाल संरक्षक इकाई के सहायक निदेशक को दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग को बच्चों को, दिव्यांगों को मिलने वाली योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करने की बात कही.मौके पर थे मौजूद
कार्यक्रम में अपर समाहर्ता राजमोहन झा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मनीष कुमार, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नितेश कुमार पाठक, जिला बाल संरक्षण इकाई के सभी पदाधिकारी व कर्मी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग व बुनियाद केंद्र सहित यूनिसेफ के विशेषज्ञ सैफुर्र रहमान, अविनाश कुमार समेत अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है