सैकड़ों लोगों के फ्रीज,कूलर, एसी, पंखे व इनवर्टर जलने से लाखों का नुकसान फोटो-3-मौलाना कबीर उद्दीन फारान. प्रतिनिधि, अररिया मुल्क की जानी मानी इल्मी शख्सियत व अबुल हसन नदवी एजुकेशन व वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना कबीर उद्दीन फारान ने अपने अररिया आगमन के मौके पर कहा कि सीमांचल की बदतर स्थिति को देखकर ऐसा लगता है की यहां के रहनुमा जिन्होंने सत्ता सुख का जिंदगी भर लाभ उठाया उन लोगों ने सीमांचल के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास नहीं किया. केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहे, सभी निर्वाचित जन प्रतिनिधियों ने अपना और अपने परिवार का पूरी तरह विकास किया. लेकिन किसी को भी यहां की गरीब मजदूर, बेबस व विकास की अंतिम पंक्ति में रहने वालों के साथ न्याय नहीं किया. मौलाना कबीर उद्दीन ने कहा की आज पूरे देश का सबसे पिछड़ा इलाका सीमांचल का है. यहां के लोग आजादी के इतने लंबे अवधि के बाद भी विभिन्न मूलभूत समस्या से जूझ रहे हैं. आज अशिक्षा, बदहाल स्वास्थ्य सुविधा, गरीबी व रोजगार की तलाश में पलायन यहां की मुख्य समस्या आज भी चरम पर है. सबसे बड़ी विडंबना ये है की बाढ़ प्रभावित अररिया को इस समस्या से निजात के लिए कोई स्थाई समाधान नहीं किया. लेकिन दिलचस्प बात तो ये है की जिन लोगों ने सीमांचल में सत्तर साल से सत्ता का सुख भोगा. आज वही लोग कहते हैं कि सीमांचल पिछड़ा इलाका है. उन्हें ऐसी बात करने और बयान देने में कुछ भी शर्मिंदगी नहीं होती है. मदरसा शिक्षा के क्षेत्र में अपने बेहतर कार्य के लिए अपनी अलग पहचान रखने वाले मौलाना कबीर उद्दीन ने बताया कि यहां बिजली की अनियमित आपूर्ति व हाई लो-वोल्टेज के कारण सैकड़ों लोगों के बिजली से चलने वाले सामान जलकर बर्बाद हो चुके हैं. जिसे देखने वाला कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि इस जिले में अंचल द्वारा जमीन का म्यूटेशन में भारी लूट हो रही है. बगैर पैसा दिये बिजली विभाग, अंचल कार्यालय और थाना तक में गरीब मजदूरों का काम नहीं होता है. उन्होंने सीमांचल के लोगों से कहा कि आप ईमानदार व साफ सुथरी छवि के ऐसे नेता को वोट करें जो सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि गरीब ,मजदूर ,जरूरतमंद ,विधवा ,विकलांग के लिए ईमानदारी से काम करे. शिक्षा व स्वास्थ्य की स्थिति के सुधार की दिशा में काम करे.
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