प्रतिनिधि, फारबिसगंज. आगामी 10 अगस्त को होने वाले बार एसोसिएशन फारबिसगंज के चुनाव को लेकर नामांकन पत्र दाखिल करने का प्रक्रिया मंगलवार से प्रारंभ हो गया. नामांकन पत्र दाखिल करने के प्रथम दिन 05 अलग अलग पदों के लिए कुल 06 अभ्यर्थियों ने निर्वाची पदाधिकारी अधिवक्ता दुर्गानंद प्रसाद साह के समक्ष पहुंच कर अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. मौके पर सहायक निर्वाची पदाधिकारी अधिवक्ता मो कलाम, ब्रजेश कुमार वर्मा मौजूद थे. बताया जाता है कि प्रथम दिन बार एसोसिएशन फारबिसगंज के अध्यक्ष पद के लिए एक अभ्यर्थी अधिवक्ता राजेश चंद्र वर्मा व महासचिव पद के लिए अधिवक्ता शिवानंद मेहता, संयुक्त सचिव पद के लिए अधिवक्ता राकेश कुमार दास, उपाध्यक्ष पद के लिए अधिवक्ता मो अबू तालिब, संयुक्त कार्यकारिणी सदस्य के पद के लिए अधिवक्ता राहुल रंजन, कोषाध्यक्ष पद के लिए अधिवक्ता मो मुसब्बिर अंसारी ने अपना नामांकन पत्र निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष दाखिल किया. इस मौके पर निर्वाची पदाधिकारी जानकारी देते हुए बताया कि बार एसोसिएशन फारबिसगंज के चुनाव को लेकर नामांकन की प्रक्रिया 30 जुलाई 2024 से शुरू हो गया है. जो आगामी 01 अगस्त 2024 तक चलेगा. जबकि 02 अगस्त 2024 को नामांकन पत्रों की संवीक्षा होगी. नाम वापसी की तिथि 03 अगस्त को है व आवेदित पद के लिए अभ्यर्थियों के नाम का प्रकाशन 05 अगस्त को होगा. 10 अगस्त को सुबह 11 बजे से 03 बजे तक मतदान का प्रक्रिया होगा. जबकि 10 अगस्त को ही अपराह्न 05 बजे मतगणना व परिणाम की घोषणा कर दी जायेगी. 14 सूत्री मांगों के समर्थन में भाकपा ने प्रखंड कार्यालय में दिया धरना-प्रदर्शन फारबिसगंज. राज्य स्तरीय कार्यक्रम के तहत भाकपा के फारबिसगंज प्रखंड इकाई के कार्यकर्ताओं ने अपने 14 सूत्री मांगों को लेकर शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में पहुंच कर धरना-प्रदर्शन. धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता कॉमरेड शिवनारायण सिंह ने किया. पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के सहायक जिला सचिव गेनालाल मेहता,प्रखंड सचिव महेश चौधरी,सहायक प्रखंड सचिव मो सलाउद्दीन,पार्टी के जिला परिषद सदस्य ढ़ेपन ऋषिदेव,नवीशा खातून ने अपने संबोधन में कहा कि पूरे राज्य में विधि व्यवस्था चौपट हो गया है. हत्या, लूट, राहजनी सहित आपराधिक घटनाओं का सिलसिला जारी है. अफसरशाही बेलगाम है. वर्षो से जमीन संबंधी सैकड़ो आवेदन लंबित हैं. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं कार्यकर्ताओं ने राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. धरना प्रदर्शन के बाद भाकपा का एक शिष्टमंडल 14 सूत्री मांग पत्र बीडीओ व सीओ के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के नाम सौंपा. सौंपे गये मांगपत्र में मांग किया है कि राज्य में गिरती विधि व्यवस्था व घटित हो रही आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाई जाय, बढ़ती महंगाई पर सख्ती से रोक लगाई जाय, ग्रामीण सड़कों की मरम्मत कराया जाय व क्षतिग्रस्त पुल पुलिया का जीर्णोद्धार किया जाये, भूदान की जमीन का पुनः बंदोबस्ती, बंदोबस्त जमीन पर दखल व बासगीत पर्चा आदि का शीघ्र निष्पादन किया जाय सहित अन्य मांगे शामिल हैं. मौके पर राम विलास ऋषिदेव, घोलटू ऋषिदेव,जोगी ऋषिदेव,रिंकी देवी,चुल्हिया देवी,आशा देवी,उर्मिला देवी,ताला सोरेन,संझला टुड्डू,नयका टुड्डू,मरांग मुर्मुर, दिनेश मोहेली,लक्ष्मी पासवान,नगिया देवी,गुरमैन देवी,अच्छेलाल ऋषिदेव,जतरी देवी,मो तजमुल,लीलम देवी,सूर्यानंद बैठा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.
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