31 अक्तूबर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को लेकर हुआ आयोजन फोटो:42-शपथ लेते पुलिस कर्मी. प्रतिनिधि, अररियासरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 31 अक्तूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है. एसपी ने मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में मेजर, सार्जेंट सहित जवानों को शपथ दिलाई. हालांकि इस बार 31 अक्तूबर को दीपावली होने से पुलिस लाइन सहित जिला स्थित सभी थानों में पर्व को धूमधाम से मनाया गया है. इधर नगर थाना सहित जिले के सभी पुलिस थानों में थाना अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को शपथ दिलाई.
———–समारोहपूर्वक मनायी गयी लौह पुरुष की जयंती व इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि
फारबिसगंज. अखिल भारतीय साहू वैश्य महासभा के द्वारा शहर के पटेल चौक पर एक कार्यक्रम का आयोजन कर भारत के प्रथम केंद्रीय गृह मंत्री लौह पुरुष स्व सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती व देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि समारोहपूर्वक मनायी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय साहू वैश्य महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष शंकर प्रसाद साह ने की. इस मौके पर उपस्थित जनों ने लौह पुरुष स्व सरदार वल्लभ भाई पटेल व इंदिरा गांधी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला. इस मौके अनिल कुमार सिन्हा, पूर्व उप मुख्य पार्षद मोतीउर्रहमान, किशोर राय,अरुण कुमार निराला, रणजीत राय, सहित दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे.दो दिवसीय जलसा का आयोजन
13. कुर्साकांटा. प्रखंड क्षेत्र के मदरसा जामियां नूरुल हौदा आशाभाग बटराहा में बुधवार की संध्या दो दिवसीय जलसा का आयोजन किया गया. जलसा में शामिल सिकटी विधायक सह मुख्य सचेतक भाजपा विजय कुमार मंडल ने बताया कि हमारी सामाजिक सौहार्द हमेशा से मजबूत व सुदृढ़ रही है. इसे कोई भी ताकत तोड़ नहीं सकती. विधायक ने विकास को लेकर बताया कि पूर्व में जब ऐसे कार्यक्रम आयोजित होता था तो दूर दराज से बड़े बड़े मौलाना इसलिए आमंत्रण स्वीकार नहीं करते थे कि यातायात सुविधा नहीं थी. लेकिन आज तस्वीर बदल गयी है. यातायात सुविधा काफी बेहतर होने के कारण उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित अन्य शहरों से मौलाना का आगमन हो सका है. आयोजक समिति के अब्दुर्रहीम नदवी ने बताया कि जलसा के आयोजन में काफी दूर दराज से आये मौलाना की तकरीर से क्षेत्र के लोगों को आध्यात्मिक जानकारी मिली. वहीं जलसा में यूपी से आये मौलाना अब्दुल गफ्फार सेल्फी, कटिहार से आए मौलाना मंजूर साकिब तैमी व मौलाना अब्दुल्लाह अलकाफी, झारखंड गिरिडीह से आए मौलाना इमामुल इस्लाम, कोलकाता मालदह से आए मौलाना सैफुल इस्लाम की तकरीर ने समा बांध दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है