फोटो:43-रोगियों की खोज में जुटी आशा. प्रतिनिधि, अररिया जिले में संभावित कुष्ठ रोगियों की खोज के लिये विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है. रोगी खोज अभियान 19 सितंबर से 02 अक्तूबर तक संचालित किया जायेगा. इस दौरान जिले के सभी नौ प्रखंडों में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वैच्छिक महिला व पुरुष कार्यकर्ताओं घर-घर जाकर संभावित कुष्ठ रोगियों को चिह्नित करेंगे. उन्हें जरूरी जांच व इलाज के लिए प्रेरित किया जायेगा. डीएनटी जेके रमण ने बताया कि कुष्ठ के मामले में रोगियों को रोग का पता देर से चलता है. इससे इलाज संबंधी जटिलताएं बढ़ जाती हैं. इसलिये रोग के कारण व लक्षणों के प्रति ज्यादा सतर्क व सावधान होने की जरूरत है. शरीर के किसी भाग में किसी तरह का दाग व सुन्नपन रहने पर तुरंत इसकी जांच करानी चाहिए. ताकि समय रहते रोग का पता लगाया जा सके. संक्रमण से बचाव के लिए व्यक्तिगत स्तर पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना जरूरी है. अपने आसपास के परिवेश के साथ इस्तेमाल में आने वाले कपड़े व चादर सहित दैनिक उपयोग में आने वाली चीजों को नियमित रूप से सफाई व इसे धूप में अच्छी तरह से सुखा कर उपयोग में लाना रोग से बचाव के लिये जरूरी है. सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं. अभियान के दौरान संबंधित आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने पोषक क्षेत्र में घर-घर लोगों का शारीरिक परीक्षण करेंगी. शरीर में उभर रहे किसी तरह के दाग धब्बों की जांच की जायेगी. इसमें कुष्ठ का लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का इलाज सुनिश्चित कराया जायेगा. इस बीमारी की समय से पहचान होने पर 6 से 12 महीने तक लगातार दवा सेवन से ये पूर्णत: ठीक हो सकता है. उन्होंने बताया कि जिले में कुष्ठ रोगियों के समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध है. रोग की जांच से लेकर जरूरी दवाएं रोगियों को नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाती है.
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