आरा.
नगर के तीन छठ घाटों के खतरनाक होने तथा पानी की तेज धारा प्रवाहित होने पर संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने इन छठ घाटों पर छठ करने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया है. नगर निगम आयुक्त निरोज कुमार भगत एवं आरा सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने छठ घाटों का निरीक्षण किया एवं पाया कि नगर निगम क्षेत्र के तीन छठ घाटों पर पानी की धारा काफी तेज तथा गहरा है एवं घाट काफी दलदल नुमा है. ऐसी स्थिति में विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तीनों छठ घाटों पर लोक आस्था का पर्व छठ पूजा करना सुरक्षा की दृष्टिकोण से उचित नहीं है. इन घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है. प्रशासन ने कहा है कि इन तीन छठ घाटों को छोड़कर अन्य घाटों पर छठ पर्व किया जाये. जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा मानकों के अनुरूप छठ घाटों के खतरनाक स्थिति में होने के कारण इन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इन छठ घाटों में भलुहीपुर छठ घाट ,बेगमपुर छठ घाट तथा मीरा चक छठ घाट शामिल हैं.बीडीओ और सीओ ने किया छठ घाटों का निरीक्षण : संदेश.
लोक आस्था का चार दिवसीय छठ पर्व की तैयारी का जायजा स्थानीय पुलिस प्रशासन ने लिया. क्षेत्र अंतर्गत सोन तटीय इलाके का सभी गांवों के छठव्रतियों के द्वारा सोन नदी में छठ पर्व के अवसर पर डूबते तथा उगते भगवान भास्कर का अर्घ सोन नदी के पावन जल में दिया जाता है. छठ पर्व को देखते हुए बीडीओ चंदन कुमार, अंचलाधिकारी अरुण कुमार, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष संतोष कुमार संयुक्त रूप से सोन नदी के खंडोल, फूलाड़ी, बागा भीमपुरा, काजीचक, संदेश, तीर्थकॉल, रेपुरा चिल्होस, नानसागर, नारायणपुर, अखगांव गांव के समीप सोन नदी घाटों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बीडीओ चंदन कुमार तथा सीओ अरुण कुमार ने बताया कि क्षेत्र अंतर्गत कुल 17 छठ घाटों में 14 सोन नदी में छठ घाट है. जहां छठ व्रतियों का काफी भीड़ उमड़ता है. वैसे सोन नदी के सभी छठ घाट को खतरनाक घोषित किया गया है. इन सभी घाटों पर बास-बल्ला से घेरा बंदी कराया जायेगा. साथ ही सभी घाटों पर दंडाधिकारी, विकास मित्र, स्वच्छता पर्यवेक्षक, पंचायत सचिव तथा राजस्व कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जायेगा. वहीं किसी प्रकार की अनहोनी नही हो सभी छठ घाटों पर स्थानीय स्तर पर गोताखोर की व्यवस्था किया गया. बीडीओ चंदन कुमार ने बताया कि व्रतियों के सुविधाओं को लेकर स्थानीय छठ पूजा समितियों के साथ बैठक कर रास्ता का मरम्मत, प्रकाश तथा चेंजिंग रूम बनाने पर बातचीत के दौरान सहमति बनाया गया है. जिसमें सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग लिया जायेगा. सुरक्षा हेतु स्थानीय स्तर पूजा समिति के द्वारा वॉलिंटियर की व्यवस्था किया जायेगा. वहीं पदाधिकारियों ने सभी छठ पूजा समिति था छठ व्रतियों से अधिक पानी में जाकर स्नान नहीं करने, साथ ही बच्चों को पानी में नही जाने देने का अपील किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है