आरा.
जिले में धान खरीदारी का पहला दिन था. पहले दिन पैक्स 76 क्विंटल धान की खरीदारी किसानों से की गयी. पहले दिन किसानों ने उत्साह नहीं दिखायी. किसानों ने बताया कि अभी पैक्स में धान बेचने में काफी समस्या है. महज तीन प्रखंडों में ही की गयी धान की खरीदारी : विभाग की तैयारी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले दिन महज तीन प्रखंडों में ही धान की खरीदारी की गयी. इससे किसानों को काफी निराश हो रही है. अभी शादी विवाह का मौसम चल रहा है. किसानों को इसके लिए पैसे की आवश्यकता होती है. पैक्स द्वारा धान की खरीदारी नहीं किये जाने के कारण सस्ते कीमत में ही किसानों को बिचौलियों के हाथों अपने धान बेचने पड़ रहे हैं. जिले में पहले दिन महज तीन पैक्स ने ही धान की खरीदारी की. इस कारण किसानों की को धान बेचने की आशा निराशा में बदल गयी. चरपोखरी प्रखंड में एक, संदेश प्रखंड में एक एवं कोईलवर प्रखंड में एक समिति द्वारा धान की खरीदारी की गयी. किसी भी किसान को नहीं किया गया भुगतान : पहले दिन जिन किसानों ने समितियां में अपने धान की बिक्री की नियमानुसार उन्हें धान की कीमत मिल जानी चाहिए थी, पर ऐसा संभव नहीं हो पाया किसी भी किसान को उनके धान की कीमत नहीं दी गयी.नमी के नाम पर किसानों को किया जा रहा है परेशान :
धान में नमी के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है. उचित मात्रा में नमी होने पर भी कई तरह के बनाये जा रहे हैं. हालांकि धान खरीद की तैयारी की स्थिति ऐसी है कि अभी तक महज तीन समितियां द्वारा ही खरीदारी की जा रही है. इनके अलावा अन्य प्रखंडों के एवं अन्य पंचायत के किसानों के लिए धान की खरीदारी नहीं की गयी ऐसे में किसान अपना ध्यान कहां बेचे उन्हें समझ में नहीं आ रहा है.188 क्रय केंद्रों पर की जानी है खरीदारी
: 15 नवंबर से जिले में 188 क्रय केंद्रों पर धान की खरीदारी की जानी है. जबकि नौ नवंबत तक 887 किसानों ने धान बिक्री के लिए ऑनलाइन निबंधन कराया था. हालांकि शुक्रवार 15 नवंबर तक यह आंकड़ा 1101 तक पहुंच गया. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष निबंधन की गति धीमी होने से विभाग चिंतित है. जिले में पिछले वर्ष के दो लाख एमटी खरीद का लक्ष्य मानकर विभाग की ओर से तैयारी चल रही थी. अभी नये लक्ष्य का निर्धारण नहीं किया गया है. विभाग के मानक के अनुसार धान में 17 फ़ीसदी नमी रहने पर किसानों से खरीद की जायेगी. इसके लिए जिले के सभी क्रय केंद्रों पर नमी मापक यंत्र भेज दिये गये हैं. बिना निबंधन कराये किसानों के धान की बिक्री नहीं होगी. इसलिए किसानों को अपना निबंधन करना अनिवार्य है. चयनित 188 क्रय केंद्रों में पांच व्यापार मंडल शामिल हैं. पिछले वर्ष 5898 किसानों ने 2 नवंबर तक निबंधन कराया था. इसमें रैयत किसानों की संख्या 1898 व गैर रैयत किसानों की संख्या 4900 थी.शुक्रवार तक 1101 किसानों ने कराया है निबंधन :
समितियों ने अपने धान विक्रय के लिए जिले में अद्यतन कुल 1101 निबंधन किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया गया है. निबंधित किसानों से धान खरीद के लिए इस वर्ष जिला ट्रांसपोर्ट द्वारा विभाग के तहत निबंधित कुल 228 समितियों एवं 14 व्यापार मंडलों में से प्रथम चरण में कुल 158 समितियाें व व्यापार मंडलों का चयन कर लिया गया है. जहां किसान मानक के अनुरूप अपना धान देकर निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ सीधे अपने बैंक खाते में प्राप्त कर सकते हैं. समितियां द्वारा क्रय धान का मिलिंग कर राज्य खाद्य निगम को सीएमआर चावल की आपूर्ति समय पर सुनिश्चित करने के लिए जिले में अधिकतम कुल 17 राइस मिल एवं तीन समितियों द्वारा निबंधन कराया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है