आरा.
शहर के टाउन थाना क्षेत्र के बड़ी मठिया स्थित हनुमान मंदिर के समीप शुक्रवार की सुबह संदेहास्पद स्थिति में एक प्राइवेट नर्स की मौत हो गयी. घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मची रही. वहीं परिजन द्वारा महावीर टोला स्थित प्राइवेट अस्पताल के एक संचालक पर उन्हें मारने की आशंका जताई जा रही है. उधर घटना की सूचना पाकर सहायक पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार, टाउन थानाध्यक्ष देवराज राय,अपर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार पुलिस बल के साथ आरा सदर अस्पताल पहुंचे और मृतका के परिजनों से मिल घटना की पूरी जानकारी ली. उसके बाद पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया. इसके पश्चात पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. जानकारी के अनुसार मृतका तीयर थाना क्षेत्र के उत्तरदहां गांव निवासी अरविंद कुमार की 39 वर्षीया पत्नी रेखा देवी है. वह वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के नवादा मोहल्ला वार्ड नंबर 39 में किराए के मकान लेकर रहती थी. वह पेशे से प्राइवेट नर्स थी एवं करीब बारह वर्षो से आरा शहर के जज कोठी स्थित निजी अस्पताल में नर्स का काम करती थी. वहीं इस मामले में सहायक पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार ने बताया कि रेखा देवी नामक एक महिला है जो किसी अस्पताल में नर्स का काम करती थी. कल रात किसी दूसरे अस्पताल में इन्हें डिलीवरी के लिए बुलाया गया था. वापस आने के क्रम में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद उस अस्पताल के स्टाफ द्वारा इन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया. जहां उनकी मौत हो गई. वहीं प्रथम दृश्य डॉक्टर द्वारा बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक से मौत हुई है. हालांकि हम लोग मृतका के शव पोस्टमार्टम करवा रहे है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो भी साक्ष्य निकाल कर आयेगा. उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं उन्होंने बताया कि मृतका परिवार द्वारा अभी किसी भी प्रकार का कोई आरोप या आशंका नहीं जताया जा रहा है. इधर मृतका के बेटे अनूप ने बताया कि गुरुवार की रात करीब आठ महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल के संचालक सुनील कुमार के द्वारा फोन कर इमरजेंसी डिलीवरी केस के लिए उन्हें अपने क्लीनिक में बुलाया गया था. जिसके बाद वह अपनी मां को बाइक से छोड़ने बड़ी मठिया स्थित हनुमान मंदिर के पास आया और उन्हें छोड़कर वापस लौट गया. इसके बाद शुक्रवार की सुबह करीब पौने सात बजे प्राइवेट अस्पताल के संचालक सुनील कुमार द्वारा फोन कर उसे बताया गया कि तुम्हारी मम्मी सदर अस्पताल में भर्ती है. जिसके बाद वह सदर अस्पताल पहुंचा तो उसने देखा कि उसकी मां रेखा देवी मृत अवस्था में पड़ी है. इसके बाद उक्त संचालक द्वारा पहले शहर के बाईपास रोड स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां चिकित्सक न होने के कारण वहां से धनुपरा स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सक द्वारा देख उन्हें मृत घोषित कर दिया. उसने बताया कि इसके बाद जब उसने सुनील कुमार से अपनी मां के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह मेरे अस्पताल से अहले सुबह करीब चार बजे ही निकल गई थी. जब मैं सुबह मॉर्निंग वॉक पर आया था तो मैंने देखा कि वह बड़ी मठिया स्थित हनुमान मंदिर के पास गिरी पड़ी है. जिसके बाद में उन्हें रिक्शा पर लाद आरा सदर अस्पताल लेकर आया और उन्हें भर्ती कराया. वहीं दूसरी तरफ उसने बताया कि सुनील कुमार द्वारा पहले बताया गया कि उनका मोबाइल गुम हो गया है. इसके बाद दोबारा फोन कर बताया गया कि वह अस्पताल में भर्ती हैं. यही नहीं उनके मोबाइल का गुरुवार का सब कॉल डिटेल डिलीट कर दिया गया है. सिर्फ आज सुबह जब मैं फोन किया था तो वही कॉल रिकॉर्ड है. जिसके आधार पर उसने महावीर टोला स्थित निजी हॉस्पिटल के संचालक सुनील कुमार पर उन्हें मारने की आशंका जताई है. जबकि मृतक का की मौत कैसे हुई या स्पष्ट नहीं हो सका है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा. बताया जाता है कि मृतका को दो पुत्र अनूप, पीयूष एवं एक पुत्री प्रिया है. घटना के बाद मृतका के घर में हाहाकार मच गया है. घटी इस घटना के बाद मृतका के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है