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व्यवसायियों पर हमले के विरोध में कोईलवर बंद

दुकानें बंद कर धरने पर बैठे दुकानदार, नमक से लेकर दवाई तक नहीं मिली

कोईलवर.

कोईलवर में लगातार बढ़ रहे अपराध और दुकानदारों पर हो रहे हमले को लेकर प्रखंड व्यवसायी संघ के बैनर तले कोईलवर नगर पंचायत की सारी दुकानें गुरुवार को पूरी तरह बंद रहीं. बंदी के दौरान नमक से लेकर दवाई तक कि दुकानों के ताले नहीं खुले. गुरुवार की सुबह सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर नगर के प्रमुख चौक शहीद कपिलदेव चौक पर धरने पर बैठ गये. उनका कहना था कि आये दिन कोईलवर में आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. छीनाझपटी की घटनाएं आम हो गयी हैं. हालात यहां तक पहुंच गया है कि अपराधी दुकानदारों से रंगदारी मांग रहे हैं और नहीं देने पर उनपर गोलियां बरसा रहे हैं. वे दुकानदारों की सुरक्षा देने और पुलिस प्रशासन की नाकामी को लेकर दुकान बंद कर धरने पर बैठे थे. उनका कहना था कि 15 अक्टूबर को दिनदहाड़े सुबह 11 बजे खैनी दुकानदार को गोली मार दी गयी. घटना के बाद अपराधी हवाई फायरिंग करते हुए आराम से झलकुनगर की ओर भाग निकले. इस घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. धरने पर बैठे दुकानदारों ने कहा कि अपराधियों ने पुलिस को खुलेआम चुनौती देते हुए घटना को अंजाम दिया है. जिस वक्त घटना घटी उस वक्त घटनास्थल से कुछ फलांग की दूरी पर कोईलवर पुलिस के अधिकारी व जवान ड्यूटी में थे. डायल 112 की गाड़ी भी कुछ दूरी पर थी. बैंक ड्यूटी में निकली गश्ती टीम भी इलाके में ही थी. बावजूद इसके अपराधी गोली मार कर चलते बने.

इधर घटना के विरोध में धरने पर बैठे भाजपा नेता राकेश शर्मा ने कहा कि पुलिस जब व्यवसायियों को सुरक्षा नहीं दे सकती तो कम-से-कम उन्हें शस्त्र का लाइसेंस ही दे दे, जिससे वह अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें. वहीं, जदयू नेता अजीत चंद्रवंशी ने कहा कि प्रशासनिक सुस्ती की वजह से अपराधी बेलगाम हो गये हैं. बैंक से पैसे निकाल कर आ रहे लोगों से अक्सर छीनाझपटी की घटनाएं हो रही हैं. अब तो रंगदारी भी मांगी जा रही है. लगभग प्रत्येक घटना के बाद अपराधी झलकुनगर की ओर भागते हैं. इसलिए झलकुनगर में स्थाई पुलिस पिकेट की स्थापना की जाये. इधर राजद नेता जहांगीर आलम ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि कोईलवर में इस तरह की घटनाएं अप्रत्याशित हैं. दुकानदार और व्यवसायी समाज की रीढ़ होते हैं. अगर उनके साथ भी इस तरह की घटनाएं होंगी, तो यह कही से सही नहीं है.

पुलिस प्रशासन दुकानदारों की सुरक्षा की गांरटी ले एवं भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो यह सुनिश्चित करे. धरना की अगुवाई करते हुए प्रखंड व्यवसायी संघ के सचिव शहाबुद्दीन खान ने बताया कि व्यवसायियों पर हो रहे हमले और खैनी दुकानदार से रंगदारी मांगे जाने के बाद भी पुलिस द्वारा सक्रियता नहीं दिखाये जाने और इस दौरान उन्हें गोली मारे जाने की घटना को लेकर हम सभी व्यवसायी और दुकानदार आक्रोशित हैं. पुलिस हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करे व हमें भयमुक्त वातावरण दे, ताकि हम भयमुक्त होकर रोजगार कर सकें. उन्होंने कोईलवर मार्केट इलाके में पुलिस की गश्ती बढ़ाने की मांग की. साथ ही स्थायी बल की बहाली करने की मांग भी की. धरने के दौरान चंदन निषाद, शशि शेखर, आफताब आलम, राजेश चौधरी,अमरजीत, चंद्रशेखर महतो, समद अंसारी, प्रवीण कुमार, राजवीर साह, कमलेश कुमार, सत्यम सागर, मंटू केसरी, नीलमणि, रामबाबू गुप्ता, गुड्डू सिंह, दीपू कुमार, ज्ञानू गुप्ता, रशीद हुसैन, मुकेश गुप्ता समेत तकरीबन डेढ़ सौ व्यापारी और दुकानदार मौजूद रहे.

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