आरा.
शहर में सिविल कोर्ट के गेट के समीप फायरिंग और हत्या के प्रयास के मामले में वांछित 25 हजार के इनामी आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. एसटीएफ की टीम द्वारा उसे शुक्रवार को पटना से गिरफ्तार किया गया है. वह गजराजगंज ओपी क्षेत्र के महुली गांव निवासी अनुराग उपाध्याय उर्फ प्रिंस बाबा है.वह कुख्यात रंजीत चौधरी गिरोह का शागिर्द बताया जा रहा है और पिछले करीब दो साल से फरार चल रहा था. एसपी राज की अनुशंसा पर उसके खिलाफ पिछले दिनों 25 हजार इनाम घोषित किया गया था. एसटीएफ की ओर से बयान जारी कर उसकी गिरफ्तारी की जानकारी दी गयी. बताया जा रहा है कि उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव निवासी गोपाल चौधरी अपने बेटे गौतम चौधरी सहित अन्य लोगों के साथ एक केस के तारीख के सिलसिले में 29 फरवरी 2024 को सिविल कोर्ट गये थे. दोपहर में सभी लोग कोर्ट से बाहर निकल रहे थे. उसी दौरान कोर्ट गेट के पास उन लोगों पर फायरिंग की जाने लगी थी. उसमें गोपाल चौधरी गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे. उसे लेकर उनके पुत्र गौतम चौधरी की ओर से बेलाउर गांव निवासी रंजीत चौधरी सहित चार नामजद और एक अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. उस मामले में पुलिस द्वारा कुछ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था. उनसे पूछताछ और केस के अनुसंधान में महुली गांव के प्रिंस बाबा उर्फ अनुराग उपाध्याय का नाम आया था. उसके बाद से ही वह फरार चल रहा था. पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी को छापेमारी कर रही थी. एसटीएफ की टीम भी लगी थी. शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार एसटीएफ के एसपी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रोहित कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा इनामी प्रिंस बाबा उर्फ अनुराग उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है