कोईलवर. विगत 21 अगस्त को जिलाधिकारी भोजपुर द्वारा कोईलवर के तारामणि भगवान साव उच्चतर विद्यालय के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण करने के दौरान काम बंद देख बिफरे डीएम ने निर्माण एजेंसी के ठेकेदार की जमकर क्लास लगाई थी. फटकार के बाद हरकत में आये ठेकेदार ने स्कूल के भवन निर्माण का काम फिर से शुरू कर दिया है. इसे लेकर जब संवाददाता निर्माण स्थल पर पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने कार्य में अनियमितता और गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं. लोगों का कहना था कि अथक प्रयासों के बाद जब स्कूल का पुनर्निर्माण शुरू तो हुआ लेकिन निर्माण की गुणवत्ता बेहद ही स्तरीय है. निर्माण में निम्न गुणवत्ता के मेटेरियल का इस्तेमाल किया गया है.
जल संसाधन विभाग की जमीन पर बन रहा है स्कूल : स्कूल के निर्माण के लिए विद्यालय की ओर से थाना के बगल में स्थित जल संसाधन विभाग की खाली पड़ी चार एकड़ जमीन प्रस्तावित की गई थी. कई दौर की वार्ता और पत्राचार के बाद चार एकड़ जमीन में से 1.20 एकड़ जमीन विद्यालय के लिए हस्तांतरित करने पर सहमति बनी थी. जिस पर 12 फरवरी 2022 को ही विभाग के तत्कालीन एसडीओ तारकेश्वरधर द्विवेदी की उपस्थिति में नापी कराई गई थी. इसके बाद तत्कालीन सांसद आरके सिंह ने भी उक्त जमीन का निरीक्षण कर जल्द भूमिपूजन कर निर्माण कराने की बात कही थी. इसी क्रम में पिछले 2023 के अक्टूबर माह में स्कूल के निर्माण के लिए निविदा प्रकाशित की गई थी. बता दें कि चार करोड़ 65 लाख की लागत से जी प्लस वन केटेगरी का भवन निर्माण कराया जाएगा.भवन निर्माण के लिए को डीएम ने किया था भूमिपूजन
कोईलवर के बहुचर्चित तारामणि भगवान साह उच्च माध्यमिक विद्यालय का 28 फरवरी को जिलाधिकारी राजकुमार ने विधिवत पूजा पाठ कर स्कूल के भवन निर्माण की आधारशिला रखी थी. इस दौरान जिलाधिकारी राजकुमार ने कहा कि जिले के इस ऐतिहासिक स्कूल भवन के गौरव को फिर से स्थापित करने का जो मौका हमे मिला है यह मेरे लिए चुनौतीपूर्ण रहा. अपने कार्यकाल में मैं इसकी आधारशिला रख रहा हूँ तो मुझे आज बहुत खुशी हो रही है.उन्होंने बताया कि लगभग 6 करोड़ की लागत से स्कूल का दो मंजिला इमारत बनकर तैयार होगा जो सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.उस समय उन्होंने संवेदक से बात करते हुए बताया कि आपको 6 माह का समय दिया गया है.स्कूल के निर्माण में पैसे की कोई अड़चन नही आने वाली है इसलिए युद्धस्तर पर कार्य करें और मजबूत निर्माण के साथ जल्दी काम को निपटाइये. उन्होंने संवेदक को सख्त लहजे में कहा था कि क्वालिटी से कोई समझौता नही होना चाहिए. समय समय पर मैं खुद आकर भवन निर्माण की मॉनिटरिंग और जांच पड़ताल करता रहूंगा.बावजूद इसके ठेकेदार द्वारा मंद गति से और निम्न गुणवत्ता का कार्य कराया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है