आरा. जिला मुख्यालय सहित जिले के अनुमंडलीय मुख्यालय एवं कई प्रखंड मुख्यालयों में सड़कों पर बेलगाम ऑटो और इ-रिक्शा सरपट दौड़ रहे हैं. क्षमता से ये अधिक सवारी भी बैठा रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ी घटना हो सकती है, लेकिन इन पर किसी तरह की निगरानी नहीं की जा रही है.
कभी भी कहीं भी लगा देते हैं ब्रेक :
ऑटो चालक व इ-रिक्शा यात्रियों को बैठाने के लिए सड़क किनारे कहीं भी ब्रेक लगा देते हैं. इस तरह अन्य वाहन चालकों के लिए असुविधा पैदा कर रहे हैं. रोजाना सैकड़ों की संख्या में घूमनेवाले ऑटो सवारियों को उनकी मंजिल तक तो पहुंचाते हैं, लेकिन अन्य लोगों के लिए समस्या भी बन जाते हैं. इनकी मनमानी व मानक से अधिक यात्रियों को बैठकर चलने पर लोगों का जान खतरे में डाल रहे हैं.अवैध रूप से खड़ा करते हैं ऑटो :
ऑटो चालक वैसे भी बेतरतीब ढंग से ऑटो का संचालन करते हैं. जहां मन वहां सड़क पर या फिर सड़क के किनारे लगा देते हैं. इससे यातायात तो बाधित होती ही है. सड़क जाम की भी स्थिति बनती है, लोगों को परेशानी होने लगती है.इन जगहों पर ऑटो चालक नियम विरुद्ध लगते हैं ऑटो :
ऑटो चालक स्टेशन परिसर में सरकारी बस स्टैंड के बाहर त्रिभुवन कोठी के पास, स्टेशन के बाहर जज कोठी मोड़ के पास, समाहरणालय के पास, पुरानी पुलिस लाइन के पास, सिंडिकेट बड़ी मठिया के पास, शिवगंज गोपाली चौक शीश महल चौक आदि जगहों पर बेतरतीब ढंग से ऑटो लगा देते हैं. कुछ ऑटो चालकों से बात की गयी तो खर्चा निकालने की बात कही, पर मानक से अधिक यात्रियों के बैठाने पर चुप्पी साध गये.कभी भी हो सकती है हादसा : ऐसी स्थिति के कारण ही अभी कुछ दिन पहले लखीसराय में ऑटो में किसी अन्य वाहन के टक्कर के कारण नौ लोगों की मौत हो गयी थी एवं 6 -7 लोग घायल हो गये थे. 10 फरवरी, 2023 को कोईलवर थाना क्षेत्र के सकड़ी टोल प्लाजा के पास ऑटो एवं 407 वाहन की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो चुकी थी. वहीं, लगभग 10 दिन पहले बिहिया थाना क्षेत्र के तियर रोड में चकवथ गांव के पास ओवरलोडिंग ऑटो पलटने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उन्हें पटना के लिए रेफर कर दिया गया था. फिर भी संबंधित विभाग इससे सबक नहीं ले रहे हैं.
इ रिक्शा व जुगाड़ गाड़ी भी साबित हो रहे हैं काफी खतरनाक :
आरा में इ- रिक्शा के साथ जुगाड़ गाड़ियों का भी संचालन किया जा रहा है. इनसे भी दुर्घटना का भय बना रह रहा है. जुगाड़ गाड़ी वाले 25 से 30 फुट लंबे छड़ को गाड़ी पर रख लेते हैं. इस कारण सड़क पर काफी परेशानी होती है. कई बार लोग घायल हो जाते हैं व कई बार दूसरे वाहन में टक्कर हो जाता है. वहीं चौक -चौराहा पर मोड़ने में भी काफी परेशानी होती है. फिर भी इन जुगाड़ गाड़ियों पर किसी तरह का नियम नहीं चल रहा है. विभाग किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहा है. ऐसे में समस्या लगातार बढ़ रही है.तीन सीटर ऑटो पर बैठाये जा रहे पांच-छह यात्री :
ऑटो की अनुमति तीन यात्रियों के बैठने की होती है इसे 3 सीटर में रजिस्टर्ड किया जाता है, पर ऑटो वालों द्वारा अपने तरफ से और भी सीट लगा दिया जाता है. वहीं ड्राइवर अपने बाय-बाय भी दो से तीन यात्रियों को बैठा लेते हैं.इतना ही नहीं तीन सीटर पर भी चार यात्रियों को बैठा लेते हैं.इस कारण हमेशा दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. वसूल रहे हैं निर्धारित राशि से अधिक भाड़ा : ऑटो चालकों द्वारा यात्रियों से मनमाने भाड़े की वसूली की जा रही है. भाड़े की निर्धारित राशि से अधिक वसूली होने से यात्रियों में आक्रोश का माहौल रहता है.कई बार ऑटो चालकों एवं यात्रियों में तनावपूर्ण स्थिति बन जाती है.इसके बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है.यात्री हमेशा परेशान रह रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र से लेकर आरा शहर तक में हर जगह यही स्थिति बनी हुई है. बेलगाम ऑटो चालक अपनी मनमानी चला रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है