Atiq Ahmad Ashraf Ahmed Shot Dead: उत्तर प्रदेश में हुए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहदम की हत्या के मामले में बिहार में भी राजनीति गर्म हो गयी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद अब बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी घटना के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी है. सोमवार को पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही, उन्होंने मीडिया कर्मियों को संबोधित किया. तेजस्वी यादव ने कहा कि मुझे अपराध या अपराधियों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है. अपराध को खत्म करने के लिए कानून और संविधान हैं. यहां तक कि एक पीएम के हत्यारों पर भी मुकदमा चलाया गया और उन्हें सजा दी गई. यूपी में जो हुआ वह अतीक अहमद की जनाजे की नहीं बल्कि कानून की शव यात्रा थी. हिरासत में मौत के मामले में यूपी अव्वल सस्ती पब्लिसिटी के लिए ऐसा किया गया है. यूपी में किस तरह का शासन है, यह सभी जानते हैं…यह स्क्रिप्टेड लग रहा था.
तेजस्वी यादव ने यूपी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सब लोगों को पता है कि उत्तर प्रदेश में कैसे सरकार चल रही है. इसी राज्य में सबसे ज्यादा कस्टडी में कैदियों की मौत हुई है. हत्यारा हत्यारा होता है. हमें कोई हमदर्दी नहीं है. मगर, पुलिस कस्टडी में हुई इस हत्या को देखकर स्क्रिप्टेड लग रहा है. अगर इस तरह से पुलिस की कस्टडी में हत्या होगी तो सवाल तो उठेंगे ही. बता दें कि अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या उस वक्त हुई थी जब पुलिस उन्हें प्रयागराज मेडिकल कॉलेज में मेडिकल टेस्ट करवाने ले जा रही थी.
#WATCH | Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav says, "I have no sympathies for crime or criminals. There are laws & Constitution to eliminate crime. Even the assassins of a PM were made to undergo trial & they were punished. What happened in UP was not the funeral procession of… pic.twitter.com/7Q5PMRDZIU
— ANI (@ANI) April 17, 2023
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बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां जाति गणना हो रही है. ये पूरे देश में होना चाहिए. इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे ने प्रधानमंत्री को लिखा है तो अच्छी बात है. हर राज्य में जाति गणना होनी चाहिए. बता दें कि नीतीश कुमार ने जाति गणना के फायदे बताते हुए कहा कि इससे पता चलेगा कि किस जाति की क्या स्थिति है. इसके अनुसार लोगों का विकास करने में मदद मिलेगी. इसे लेकर उन्हें बख्तियारपुर में अपने पैतृक निवास पर जाकर आंकड़ा दर्ज कराया था.