बिहार में पुलिस पर हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही. पिछले कुछ दिनों में इन घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. अलग-अगल जिलों में पुलिस पर हमले की घटना घटी है. मुंगेर, सहरसा, औरंगाबाद के बाद अब भागलपुर और बांका में भी पुलिस की टीम पर हमला किया गया है. बांका के सुईया थाना क्षेत्र अंतर्गत धनुवसार पंचायत के बरगुनियां गांव में अवैध शराब निर्माण व बिक्री की सूचना पर पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर हमला कर दिया गया. शराब कारोबारियों और उसके परिजनों ने पुलिस की टीम पर लाठी-डंडे व पत्थर से हमले किए. कई पुलिसकर्मी इस हमले में जख्मी भी हो गए. दूसरी ओर भागलपुर के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के मिर्जापुर रेफरल अस्पताल गेट के पास शराब मामले में कार्रवाई करने गयी पुलिस को निशाना बनाया गया. छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर हमला किया गया. उग्र लोगो ने पुलिस के वाहन पर ईट पत्थर बरसाए. पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं.
शुक्रवार की देर शाम भागलपुर जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के मिर्जापुर रेफरल अस्पताल गेट के पास एंटी लीकर टास्क फोर्स प्रभारी महानंद झा के नेतृत्व में पुलिस टीम रेड के लिए गयी थी. छापेमारी टीम ने बिजली देवी के घर मे छापेमारी शुरू की. एक लीटर देशी शराब बरामद भी किया. शराब बरामद की जानकारी मिलने के बाद विरोध घर वालों ने करना शुरू कर दिया. पुलिस शराब कारोबारी को गिरफ्तार करने का प्रयास करने लगी. विरोध के बाद पुलिस टीम वापस लौटने लगी. इसी दौरान स्थानीय लोगो ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. उग्र लोग पुलिस के वाहन पर ईट पत्थर बरसाने लगे. लाठी डंडे से हमले के बाद उग्र लोगो की भीड़ को देखकर पुलिस टीम वाहन को लेकर किसी तरह वहां से निकली. पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. वाहन के पिछले शीशे को तोड़ दिया गया.
खुशबु कुमारी ने आरोप लगाया कि पुलिस अचानक घर में आयी. पैसा की मांग करने लगी. शराब की खोजबीन करने के दौरान शराब के नही मिलने पर मां बिजली देवी के साथ मारपीट किया गया. पुलिस की मारपीट के दौरान महिला बिजली देवी बेहोश हो गयी. जिसके कारण स्थानीय लोग उग्र हो गये. पीडित महिला की बेटी खुशबु ने आरोप लगाया कि पुलिस की मारपीट के दौरान हमको व भाई दिनेश कुमार को एक कमरे में बंद कर दिया गया. इसके बाद बेहोश महिला को लोगो ने स्थानीय लोगों ने रेफरल अस्पताल में पहुंचाया. डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल, भागलपुर रेफर कर दिया. घटना स्थल के समीप अफरा-तफरी का माहौल हो गया. एएलटीएफ प्रभारी पुलिस निरीक्षक महानंद झा ने लगाये जा रहे आरोप को गलत बताया. बताया गया कि पूर्व में भी महिला बिजली देवी,पति दिनेश चौधरी,एवं पुत्र दिनेश कुमार शराब बेचने के मामले में जेल की सजा काट चुका है.
सुल्तानगंज के थानाध्यक्ष प्रिय रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस शराब की छापेमारी करने के लिए पहुंची थी. जहां एक लीटर देसी शराब बरामद किया गया. परिजनों के द्वारा पुलिस पर मारपीट का झूठा आरोप लगाया गया है. वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस टीम पर हमला कर गाड़ी का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. दोषी की पहचान कर उचित कार्रवाई की जाएगी. पुलिस हर बिंदु की गंभीरता से छानबीन में जुटी है.
बांका के सुईया थाना क्षेत्र अंतर्गत धनुवसार पंचायत के बरगुनियां गांव में अवैध शराब निर्माण व बिक्री की सूचना पर पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर गुरूवार की रात्रि कारोबारियों व उसके परिजनों ने हमला कर दिया. लाठी-डंडे व पत्थर से किये गये हमले में एक सिपाही का सिर फोड़ दिया गया, जबकि हाथापाई के दौरान दूसरे की वर्दी फाड़ दी. हमले में मद्य निषेध विभाग ग्रुप सेंटर भागलपुर के जख्मी सिपाही सरोज कुमार को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल कटोरिया में भर्ती कराया गया. जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा एसडी मंडल ने उसका प्राथमिक उपचार किया. इस घटना के संबंध में मद्य निषेध विभाग के अवर निरीक्षक गौरीशंकर के बयान पर सुईया थाना में बरगुनियां गांव निवासी सहदेव ठाकुर के पुत्र कारू ठाकुर सहित अन्य के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
प्राथमिकी में बताया गया है कि गुप्त सूचना मिली थी कि बरगुनियां गांव में कारू ठाकुर अवैध शराब का निर्माण व बिक्री का कार्य करता है. सूचना के सत्यापन के क्रम में मद्य निषेध विभाग की पुलिस ने बरगुनियां गांव पहुंच कर छापेमारी शुरू की. टीम में महिला व पुरुष दोनों पुलिसकर्मी शामिल थे. इस दौरान कारू ठाकुर शराब को नशे में धुत हालत में खदेड़ कर पकड़ा गया. जब उसे पकड़ कर वाहन पर बैठाने का प्रयास किया गया, तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया. शोर सुनकर जुटे महिला-पुरूषों ने लाठी-डंडे व पत्थर से हमला कर दिया. इस दौरान आरोपी कारू ठाकुर मौके से भाग निकला.
इधर एक सिपाही सरोज कुमार को जमीन पर पटकर कर लाठी व पत्थर से प्रहार कर सिर फोड़ दिया गया. जबकि हाथापाई में सिपाही नीतीश कुमार की वर्दी फट गयी, कई बटन भी टूट गये. इधर हमले के दौरान ही उत्पाद विभाग की टीम ने सुईया थाना को सूचना दी. सूचना पर थानाध्यक्ष मनीष कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. फिर जख्मी सिपाही को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. उत्पाद विभाग की टीम पर हमला करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. लेकिन सभी घर छोड़ कर फरार हैं.