प्रमोद झा, पटना. औरंगाबाद-दरभंगा फोरलेन में जिले में फतुहा अंचल में किसानों का मुआवजा लेने से इन्कार करने के बाद 25 करोड़ रुपये कोर्ट में जमा कर दिये गये हैं. अब जमीन अधिग्रहण के एवज में मिलने वाली मुआवजे की राशि लेने के लिए किसानों को कोर्ट की शरण में जाना पड़ेगा. सूत्र ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से तीन बार नोटिस जारी करने के बाद भी किसानों ने नोटिस लेने से इन्कार कर दिया.
किसानों द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर पर मुआवजे की मांग की जा रही है. फतुहा अंचल के चार मौजाें- रबिया चक, भेरगामा, जैतिया व वाजितपुर में फोरलेन के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है. इसमें रबिया चक मौजे से मुआवजा के लिए आवेदन नहीं मिला है. भेरगामा, जैतिया व वाजितपुर में मुआवजे के लिए कम आवेदन मिले हैं. इसमें लगभग आठ करोड़ रुपये का वितरण हुआ है.
फतुहा अंचल में चारों मौजा मिला कर 69 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है. खासकर रबियाचक व भेरगामा मौजों में रेट को लेकर किसान विरोध कर रहे हैं. रबियाचक में मुआवजे को लेकर आवेदन जमा नहीं होने से राशि का वितरण नहीं हुआ है. वहां लगभग पांच करोड़ मुआवजे का वितरण होना है. भेरगामा में लगभग दो करोड़, वाजितपुर में लगभग ढाई करोड़ व जैतिया में लगभग 3.50 करोड़ राशि का वितरण होना है. सूत्र ने बताया कि फतुहा अंचल के चार मौजों में जमीन अधिग्रहण के लिए पंचाटों की संख्या लगभग 338 है.
फतुहा अंचल के चार मौजा में 2.0426 हेक्टेयर गैर मजरूआ आम भूमि है. इसका हस्तांतरण अधियाची विभाग को फतुहा के सीओ का करना है. इस संबंध में फतुहा सीओ को कहा गया है. साथ ही भूमि सुधार उप समाहर्ता को फतुहा अंचल के 39 खेसरा में रैयती/सरकारी जमीन के होने से संबंधित रिपोर्ट देनी है.
Also Read: पटना के धनरुआ में किसानों ने भारतमाला सड़क परियोजना का काम रोका, जानिए क्यों जेसीबी के आगे बैठ गए
सूत्र ने बताया कि औरंगाबाद-दरभंगा फोर लेन में फतुहा व धनरूआ अंचल मिला कर कुल 12 मौजाें में 205.25 एकड़ रैयती जमीन का अधिग्रहण होगा. इसके एवज में 123.24 करोड़ मुआवजे का वितरण किया जायेगा. फतुहा अंचल के चार व धनरूआ अंचल के आठ गांव में जमीन अधिग्रहण का काम हो रहा है. धनरूआ अंचल में मुआवजे का वितरण तेजी से हो रहा है. किसानों से मुआवजा के लिए आवेदन काफी मिल रहा है.