रविकांत पाठक, देव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर सूर्य नगरी देव पहुंचे और भगवान भास्कर के दरबार में पहुंचकर अपनी हाजिरी लगायी. पूजा–अर्चना के साथ मत्था टेका व बिहारवासियों की खुशहाली की कामना की. सूर्य मंदिर के चारों तरफ घुमकर पौराणिकता की जानकारी ली. एक-एक चीजों को ध्यान से देखा. मंदिर के पुजारी ने परंपरा व विधि विधान के साथ भगवान की पूजा करायी. सीएम के साथ में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, मंत्री विजय चौधरी भी मौजूद थे. सूर्य मंदिर न्यास समिति द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया. मुख्यमंत्री ने भी समिति के सदस्यों को सम्मानित किया.सूर्य व रुद्र कुंड तालाब का लिया जायजा
पर्यटन विभाग द्वारा देव स्थित सूर्य कुंड एवं रुद्र कुंड परिसर में कराए जा रहे विकास कार्यों का मुख्यमंत्री ने जायजा लिया. इस क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्र कुंड का काफी अच्छे ढंग से विकास हो गया है. इसके चारों तरफ अच्छे ढंग से घाट भी बनाये गये है. अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सूर्य कुंड में हमेशा पानी रहे, इसके लिए इसे और गहरा करायें. सूर्य कुंड का सौंदर्यीकरण भी ठीक ढंग से हो ताकि यहां आनेवाले छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं को असुविधा न हो.रेडियल रोड के लिए स्थल का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित रेडियल रोड निर्माण के लिए चिह्नित स्थल का निरीक्षण किया. अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी छठ पूजा से पहले इस रेडियल रोड का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए. इस सड़क के बन जाने से छठ महापर्व के दौरान यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि देव में काफी प्राचीन व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर है. छठ पूजा के दौरान बड़ी तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं. हम सबों को श्रद्धालुओं का ख्याल रखने की आवश्यकता है.सर, मुखिया है जाने दीजिए
बेढ़नी पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन के उपरांत जब मुख्यमंत्री अंदर दाखिल हुए तो बहुत से नेताओं को बाहर में ही रोक दिया गया. ऐसे में कई लोगों को परेशानी हुई. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे कर्मियों ने अंदर जाने से बहुत से लोगों को रोक दिया. एक शख्स ने कहा कि हमको सब कोई जानता है. मुखिया है जाने दीजिए. सुरक्षा बलों ने अंतत: उन्हें जाने दिया.
ये कौन सा तरीका है पूर्व विधायक को रोकना
पंचायत सरकार भवन में जाने से एक पूर्व विधायक को सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया. पूर्व विधायक अपने आप को विधायक कहने से नहीं चुके. उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को कहा कि ये कौन सा तरीका है कि उन्हें रोक दिया गया. पक्ष के वे नेता है. मुख्यमंत्री जी हमें जानते है. वे रहते तो हम उनके साथ अंदर जाते. हालांकि, लाख प्रयास के बाद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया.
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