गोह. उपहारा थाना क्षेत्र के दो गांवों में कोबरा सांप के आतंक से लोगों में भय व्याप्त हो गया है. लोग रातभर जाग कर परिजनों की रक्षा कर रहे हैं. यही नहीं गांव में कई सपेरों ने भी डेरा डाल दिया है. घूम-घूमकर सपेरे सांप खोज रहे है. तीन से चार कोबरा को पकड़ा भी गया है. तलाश है उस कोबरे की जो बेहद खतरनाक है. जिन दो गांवों की बात की जा रही है उनमें डहरू बिगहा और बेला गांव शामिल है. ये दोनों गांव पुनपुन नदी के किनारे बसे है. चंद दिनों में इन दोनों गांवों से एक-एक महिलाओं की मौत कोबरा सांप के काटने से हुई है. दोनों गांव आसपास में है. इस वजह से भय का माहौल बराबर का है. गांव का हर व्यक्ति झाड़ियों व बधार में भी जाने से डर रहा है. इस वजह से उनका खेती का काम भी प्रभावित हो रहा है. छोटे-छोटे बच्चों पर अधिक नजर है. घर से निकलते ही बच्चों को सावधान किया जाता है कि वह देखकर कदम बढ़ाये. जानकारी के अनुसार, एक सप्ताह पहले डहरू बिगहा गांव में लालबाबू यादव की 34 वर्षीय पत्नी रेखा देवी और बेला गांव में मिथलेश कुमार की 32 वर्षीय पत्नी बैजनती देवी की मौत कोबरा के काटने से हो गयी है. बेला गांव के ग्रामीणों ने तीन दिनों में तीन कोबरा को भी मार डाला, लेकिन अभी भी खतरा बनी हुई है.
ग्रामीणों ने सपेरों को बुलाया, पकड़े तीन कोबरा
रविवार को गांव के समाजसेवी व शिक्षक संतोष कुमार, भीम यादव सहित अन्य लोगों ने सांपों का भय खत्म करने के लिए जहानाबाद जिले के पकरी गांव से तीन सपेरों को बुलाया है. सपेरों ने आते ही अपना काम भी शुरू कर दिया. तीन जगहों से तीन कोबरा को पकड़ा भी गया. सपेरा नागेंद्र कुमार, सुरेश सपेरा व सरताज सपेरा ने ग्रामीणों को सुझाव भी दिया है कि वे रात में घर से बाहर निकलने से पहले आसपास के क्षेत्र को अच्छी तरह से देख लें. घर से बाहर निकलने से पहले जूते पहनना न भूलें. रात में टॉर्च ले जाने से आप कोबरा को देख सकते हैं. घर के आसपास के क्षेत्र को साफ रखें, ताकि कोबरा वहां न आ सके. यदि कोबरा घर में आ जाए तो तुरंत सपेरा बुलाएं. गांव के महाबली पासवान, धर्मवीर पासवान, राकेश कुमार ने बताया कि नदी के किनारे गांव होने की वजह से सांपों का भय बना रहता है.
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