ओबरा. शुक्रवार और शनिवार की रात दक्षिणी इलाके में हुई भारी बारिश से जिले की कई नदियां उफान पर आ गयी है. अदरी नदी भी तेज गति से बह रही है. ओबरा के निचली इलाके में पानी भर गया है. कई घरों व स्कूलों तक भी पानी पहुंच गया है. इस वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित हो गयी है. प्रखंड मुख्यालय को रफीगंज से जोड़ने वाली बेल-पौथू सड़क पर चपरी गांव के समीप पानी भर गया है. पुल पर अदरी नदी का पानी ओवरफ्लो होकर बह रहा है. पुल पर लगभग तीन फुट से ऊपर पानी जमा है. जान जोखिम में डालकर लोग आवागमन कर रहे हैं. नदी का जल स्तर बढ़ रहा है. अगर यही स्थिति रही और बारिश हुई तो दर्जनों गांवों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो जायेगा. ग्रामीण सुरेंद्र सिंह, अजय सिंह, अभिषेक कुमार, जितेंद्र यादव, वीरेंद्र कुमार, सुधीर कुमार, मनोज सिंह, सुधीर सिंह आदि लोगों का कहना था कि प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में अदरी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है. दूसरे जगह पर बड़े पुल का निर्माण करा दिया गया है, लेकिन इस अति व्यस्ततम सड़क का न तो जीर्णाद्धार कराया जा रहा है और न बेहतर व्यवस्था बनायी जा रही है. खासकर बारिश में बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने में अधिक परेशानी होती है. सांसद, विधायक सहित अधिकारियों का समस्याओं के समाधान पर ध्यान नहीं है. इधर, पुनपुन नदी का जल स्तर बढ़ने से और परेशानी होने लगी है. पुनपुन नदी के दोनों किनारे पानी से लबालब भरे हैं. कोराईपुर स्थित प्राथमिक मध्य विद्यालय परिसर में नदी का पानी प्रवेश कर चुका है. इसके अलावा क्षेत्र के गिरा, मनोरा, बिशनपुर, महुआव सहित अन्य तटीय गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. हालांकि सोन तटीय इलाके पर प्रशासन की नजर है. एसडीओ मनोज कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में सीओ व बीडीओ को निगरानी रखने के लिए निर्देश दिया गया है. सभी को अलर्ट पर रखा गया है. इधर, एसडीओ के निर्देश पर सीओ हरिहरनाथ पाठक, बीडीओ मो यूनुस सलीम व थानाध्यक्ष अजय कुमार ने तटीय इलाके का निरीक्षण किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है