औरंगाबाद श्रेया हत्याकांड: औरंगाबाद के नवीनगर में 11वीं की छात्रा श्रेया कुमारी की मौत के विरोध में आंदोलन का दौर जारी है. सोमवार की सुबह शहर के क्षत्रिय नगर मोड़ पर युवाओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने एनएच 19 को जाम कर आगजनी की. सड़क के बीचोबीच टायर जलाकर आवागमन को बाधित कर दिया. पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. श्रेया का पोस्टर टांगकर बीच सड़क पर ही श्रद्धांजलि अर्पित की.
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि श्रेया की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है और इसे छिपाने का प्रयास किया जा रहा है. जब तक श्रेया को न्याय नहीं मिल जाता तब तक वे चुप बैठने वाले नहीं है. पुलिस तीन लोगों को पकड़कर वाहवाही लूट रही है. जब तक इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो जाता वे शांत नहीं रहेंगे.
इधर जानकारी मिली कि लगभग डेढ़ से दो घंटे तक प्रदर्शनकारियों की वजह से हाइवे जाम रहा. कड़ी धूप व लू के बीच यात्री फंसे रहे. हालांकि कुछ लोगों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया,तब यात्रियों को जाम से मुक्ति मिली.
घटना के विरोध में बरियावां बाजार बंद, कैंडल जुलूस निकालकर दी श्रद्धांजलि
इधर, श्रेया की मौत के विरोध में नवीनगर प्रखंड का बरियावां बाजार भी बंद रहा. स्थानीय युवाओं ने न्यायिक जांच की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला. बरियावां से इंटवा मोड़ होते हुए गैस एजेंसी तक कैंडल मार्च निकालकर श्रेया को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सैकड़ों लोग मौजूद थे. बरियावां के मुखिया पति विजय प्रताप सिंह की मौजूदगी में युवाओं ने कहा कि प्रशासन को श्रेया मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए.
पुलिस की कार्यशैली असंतोष जनक : सीपीआई
सीपीआई कार्यकर्ताओं ने श्रेया कांड की घोर निंदा की है. सीपीआई के पूर्व जिला मंत्री जगनारायण सिंह विकल एवं अंचल मंत्री अधिवक्ता चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि श्रेया हत्या कांड में पुलिस की रवैया असंतोषजनक है. पुलिस हत्या कांड का पर्दाफाश करने में आखिर देर क्यों कर रही है. इससे स्पष्ट हो रहा है कि पुलिस की मंशा नाकारात्मक है. सीपीआई कार्यकर्ताओं ने पिड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही घटना की जांच डीआईजी से कराने की मांग की है.