प्रत्येक कार्य दिवस पर दो गांव में पहुंचेगी वाहन बांका : डीएम अंशुल कुमार ने पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए पशु चिकित्सा इकाई (एमभीयू) को हरी झंडी दिखाकर माहरणालय परिसर से सोमवार को रवाना किया. मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई का परिचालन कार्य दिवसों में सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक किया जायेगा. जिला के पशुपालक इस अवधि में टॉल फ्री नम्बर 1962 पर कॉल कर या मोबाइल एप्प के माध्यम से पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान पटना में संचालित कॉल सेंटर में पशु चिकित्सा के लिए संपर्क कर सकते हैं. मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के द्वारा प्रत्येक कार्य दिवस में दो गांव का भ्रमण किया जायेगा व शिविर के माध्यम से पशुओं की चिकित्सा और विभागीय योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को उपलब्ध करायी जायेगी. पशु चिकित्सा इकाई में एक पशु चिकित्सक, एक पशु चिकित्सा सहायक व एक चालक सह परिचारी की आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से व्यवस्था की गयी है. टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर अथवा मोबाइल एप के माध्यम से कॉल सेंटर में पशु चिकित्सा के लिए संपर्क किया जा सकता है. संपर्क के बाद उसका पंजीकरण कर लिया जायेगा. डीएम ने संबंधित अधिकारी को इसके सफल संचालन का निर्देश दिया. कहा कि इस पहल का उद्देश्य है कि पशुपालकों को उनके द्वार पर ही पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना. जिससे उन्हें अपने बीमार पशुओं को अस्पताल तक लाने में होने वाली कठिनाइयों से मुक्ति मिले. बताया गया कि यह जीपीएस युक्त वाहन है. इसमें लघु सर्जरी, दवाएं, और कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा मौजूद रहेगी. इस अवसर पर जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन, पशु शल्य चिकित्सक डॉ मोहम्मद इंतेखाब अख्तर, अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा, सहायक कुक्कुट पदाधिकारी डॉ शिप्रा नायक व भ्रमणशील चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बाबुल कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.
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