बांका. पूर्व सांसद प्रतिनिधि व पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्जिवय सिंह के खास करीबियों में से एक रहे वेदानंद सिंह का निधन हो गया है. उन्होंने करीब 80 वर्ष की आयु में जसीडीह स्थित अपने आवास पर मंगलवार को अंतिम सांस ली. करीबियों के अनुसार वह लंबे समय से शारीरिक रुप से बीमार चल रहे थे. बुधवार को उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए ककवारा गांव स्थित पैतृक आवास पर लाया जायेगा. पास के ही नदी तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. वेदानंद सिंह बांका की राजनीतिक में एक जाना-पहचाना चेहरा थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह जब यहां से सांसद बने तो बतौर सांसद प्रतिनिधि की जिम्मेदारी निभाई थी. वे दो बार जदयू के जिलाध्यक्ष भी रह चुके थे. जदयू की टिकट पर अमरपुर विधानसभा चुनाव में भी हाथ आजमा चुके थे. राजनीतिक के साथ-साथ वह खेल क्षेत्र में भी काफी लोकप्रिय रहे. फुटबाॅल सहित कई खेल संघों के वह जिलाध्यक्ष और संरक्षक के तौर पर काम कर चुके थे. खेल की समृद्धि में उनके योगदान को लोग याद कर रहे हैं. वीर कुंवर सिंह स्मारक समिति के लिए भी काफी सक्रिय रहे थे. वेदानंद सिंह का मूल घर शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र के बहोरना गांव है. बताया जाता है कि बाद में ककवारा में अपनी गृहस्थी बसा ली थी. दिवंगत सिंह की जीवन संगिनी पूर्व में ही स्वर्गवासी हो चुकी हैं. वे अपने पीछे पुत्र पंकज सिंह, सनातन सिंह, सुमन सिंह व बेटी रंजना सिंह सहित भरा-पूरा परिवार छोड़कर गये हैं. कुछ माह पूर्व उनके दामाद विश्वजीत सिंह की भी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. बहरहाल वेदानंद सिंह के निधन से राजनीति, खेल व अन्य सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर है.
विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने प्रकट की शोक संवेदना
वेदानंद सिंह के निधन के बाद राजनीति, खेल सहित विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने शोक संवेदना प्रकट किया है. सूबे के भवन निर्माण के मंत्री जयंत राज ने कहा कि वेदानंद सिंह पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष, अमरपुर के पूर्व जदयू के प्रत्याशी, प्रखर समाजवादी नेता थे. इनके निधन से पार्टी व समाज को अपूरणीय क्षति हुई है. परिवारजनों के साथ इस दुःख की घड़ी में हम सभी साथ खड़े हैं. जनसुराज के जिलाध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य सुजाता वैद्य ने गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि दिवंगत सिंह समाज के हर वर्ग में सम्मानित रहे हैं. बांका की जनता उन्हें हमेशा याद रखेगी. जन सुराज पार्टी के संस्थापक सदस्य जवाहर कुमार झा ने जिले के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ और खेल जगत के स्तंभ बाबू बेदा नंद सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. कहा कि वेदानंद सिंह का जाना केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि बांका की राजनीतिक, सामाजिक और खेल जगत की अपूरणीय क्षति है. उन्होंने अपने जीवनकाल में क्षेत्र के विकास और खेल प्रतिभाओं को संवारने में जो योगदान दिया है, वह सदैव स्मरणीय रहेगा. पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने कहा कि बांका के समाजवादी नेता वेदानंद सिंह जी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हैं. वेदानंद सिंह एक संघर्षशील नेता के तौर पर बरसों तक बांका की जनता का सेवा करते रहे. उनकी लोकप्रियता सभी जाति धर्म वर्ग में समान रूप से थी. दुर्गा स्पोर्टिंग क्लब के सुरेश प्रसाद यादव ने कहा कि वेदानंद सिंह के नेतृत्व मे बांका मे खेल का काफी विकास हुआ. उनका निधन राजनीति के साथ खेल जगत के लिए भी अपूरणीय क्षति है. जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष संजय सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, बाबूलाल यादव, अंबर मुखर्जी, अरविंद कुमार सिंह, लालदेव यादव, रामदुलार यादव, भवेश प्रसाद यादव सहित अन्य अधिवक्ताओं ने भी शोक संवेदना प्रकट की.वेदा बाबू के निधन पर अद्वैत मिशन के अध्यक्ष ने श्रद्धांजलि अर्पित की
बौंसी. मंदार विद्यापीठ के सदस्य सह जिले के सामाजिक नेता वेदानंद सिंह के निधन पर नगर क्षेत्र में भी लोगों ने शोक संवेदना प्रकट की है. मालूम हो कि दिवंगत सांसद दिग्विजय सिंह के करीबी वेदा बाबू के निधन पर मंदार विद्यापीठ में भी शोक की लहर है. विद्यापीठ के अध्यक्ष अरविंदाक्षण माडंबत के साथ-साथ संस्थान के शिक्षकों ने दिवंगत के आवास पर पहुंचकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. अध्यक्ष ने बताया कि दिवंगत सामाजिक कार्यकर्ता अद्वैत मिशन के सदस्य के तौर पर काफी समय तक जुड़े रहे. उन्होंने संस्थान के विकास के लिए कई प्रयास सुझाये थे. उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी. इस मौके पर त्रिभुवन प्रसाद सिंह, मुरली कुमार झा, डॉ साकिब तौफीक, राणा कुमार सिंह, रामानुज सिंह सहित अन्य मौजूद थे. मालूम हो कि अद्वैत मिशन प्रांगण में आज उन्हें श्रद्धांजलि दी जायेगी.
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