कटोरिया. आनंदपुर थाना क्षेत्र के कड़वामरण गांव स्थित ज्ञान भवन परिसर में शुक्रवार को दलित विकास अभियान समिति एवं दलित मुक्ति मिशन के संयुक्त तत्वावधान में आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट के सौजन्य से मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान का शुभारंभ हुआ. जिसका समापन आगामी दस जनवरी को होगा. संस्था प्रमुख सह प्रशिक्षक महेंद्र कुमार रौशन ने बताया कि एम पावर आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक संगठन है, जिसका नेतृत्व नीरजा बिरला करती हैं. स्वास्थ्य क्या है व मानसिक स्वास्थ्य क्या है इस पर विस्तार से चर्चा करते हुए श्री रौशन ने बताया कि स्वस्थ होने की परिभाषा, सिर्फ बीमार न होना नहीं है, बल्कि शारीरिक, मानसिक व सामाजिक इन तीनों क्षेत्र में स्वस्थ होने पर पूर्ण होती है. यह हमारे विचार, भावनाएं तथा व्यवहारों से बनता है. जब हम मानसिक रूप से बीमार होते हैं, तो हमारी भावनाएं, विचार व स्वभाव में इस तरह बदलाव आता है, जिससे हमारे रोज के काम पूरे करने में कठिनाई होने लगती है. इस प्रकार चिन्हित व्यक्तित्व परिवर्तन, दैनिक काम न कर पाना, समस्या होने पर टाल मटोल करना, चिड़चिड़ापन, उदासी, अत्यधिक चिंता, अजीब विचार, नकारात्मक विचार व व्यवहार, आत्महत्या या अपने आपको नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचना या बोलना, बिना कारण अत्यधिक क्रोध और द्वेष, दोस्तों से और परिवार वाले से मिलने का मन न करना आदि अन्य फिजूल चीजें मन में उत्पन्न होने की स्थिति पैदा हो जाती है. यह बच्चे, बूढ़े एवं सभी प्रकार के उम्र में होता है. एक रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर 13 से 17 साल के बच्चे इससे प्रभावित हैं. इस जागरूकता कार्यक्रम में कुल 67 लोग शामिल हुए, जिसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा 10 कक्षा के छात्र-छात्राएं शामिल रही. इसके अलावा शिक्षक तथा महिला एवं युवा लोगों ने न केवल अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई, बल्कि इस अभियान में योगदान देने के लिए सहमति भी जतायी. श्री रौशन नें बताया कि यह अभियान सरकारी व गैरसरकारी स्कूल, कॉलेज, आवासीय विद्यालय, अनुसूचित जाति व जनजाति छात्रवास तथा 15 हज़ार समुदायों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अवसर शिक्षक रामु तांती, देवराज कुमार व दीपक कुमार ने भीड़ अपनी-अपनी बातें रखी.
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