खोदावंदपुर. खोदावंदपुर सीमान चौक के समीप बेगूसराय-रोसड़ा मुख्य पथ एसएच- 55 पर स्कॉर्पियो की ठोकर से बुधवार की देर रात बाइक सवार एक अधेड़ व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गयी, जबकि दूसरा मजदूर युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. मृतक अधेड़ की पहचान बरियारपुर पूर्वी पंचायत के वार्ड पांच निवासी विशुनदेव उर्फ मंगल दास के 41 वर्षीय पुत्र रंजीत दास एवं गंभीर रूप से जख्मी मजदूर युवक इसी गांव के रजनीश कुमार वर्मा उर्फ बैद्यनाथ महतो के 21 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार के रूप में की गयी. रंजीत के सड़क हादसे में मौत की खबर सुनते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की सूचना मिलते ही दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गयी और कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया तथा स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना खोदावंदपुर पुलिस को दी. सूचना मिलते ही खोदावंदपुर थाना के अपर थानाध्यक्ष अख्तर हुसैन, एसआइ सुबोध कुमार, एएसआइ मुनीर हुसैन ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर सड़क हादसे में जख्मी दोनों व्यक्तियों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य खोदावन्दपुर में भर्ती कराया, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने गंभीर रूप से जख्मी रंजीत दास को मृत घोषित कर दिया तथा दूसरे जख्मी युवक को प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति नाजुक देख उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया. वहां से भी चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख जख्मी दीपक को बेहतर इलाज के लिये पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया, जहां वह जीवन मौत से जूझ रहा है और उसकी हालत भी चिंताजनक बतायी जा रही है. स्थानीय पुलिस ने मृतक राजमिस्त्री के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया. गुरुवार की सुबह मृतक रंजीत के शव गांव पहुंचते ही उसके परिजनों के करुण क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया. घटना के संदर्भ में मृतक के परिजनों ने बताया कि रंजीत अपने साथी दीपक के साथ बाइक से चेरियाबरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के रामपुर शिव मंदिर पर एक शादी में शामिल होने जा रहे थे, तभी घटनास्थल के निकट स्कॉर्पियो वाहन ने उसके बाइक में पीछे से जोरदार ठोकर मार दिया और वाहन चालक गाड़ी सहित भागने में सफल रहा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक रंजीत कुमार विगत कई वर्षों से राजमिस्त्री का काम कर रहा था और उसका दोस्त दीपक कुमार उसी के साथ मजदूर का काम करता था. दोनों बुधवार को दिनभर काम करके शाम में एक ही बाइक से दीपक अपने बड़ी बहन की शादी में दोस्त रंजीत को रामपुर शिवमंदिर पर ले जा रहा था, तभी रास्ते में यह सड़क हादसा हुआ. राजमिस्त्री रंजीत की मौत से उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक अपने चार भाइयों में सबसे बड़ा था. रंजीत की मौत से उसकी धर्मपत्नी शोभा देवी व मां फूल कुमारी देवी दहाड़ मारकर रो रही थी तथा उसके पिता विशुनदेव दास, भाई अरुण दास, अमरेश दास व मनोज दास के आंखों में भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. मृतक रंजीत के चार संतान हैं, जिनमें 16 वर्षीया पुत्री निभा कुमारी, 13 वर्षीया पुत्री कोमल कुमारी, 11 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार व 6 वर्षीय पुत्र अंशु कुमार शामिल है. जो अपने पिता के शव से लिपटकर फफक फफककर रो रहा था. मृतक रंजीत अत्यंत ही गरीब व भूमिहीन था, जो किसी तरह राजमिस्त्री का काम करके बाल बच्चों का भरण-पोषण करता था. मृतक अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था, उसकी मौत से उसके बाल बच्चों पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है. इस दर्दनाक सड़क हादसे से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं दूसरी ओर इस घटना की सूचना मिलते ही दर्जनों सामाजिक व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने शोकाकुल परिजनों से मिलकर सांत्वना दिया तथा इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के परिजनों को हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया.
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