बेगूसराय.
हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी की मौत हो गयी. परिजनों ने जहर खिलाने से मौत या दवा के रिएक्शन से मौत की आशंका जतायी है. जिसके बाद मेडिकल बोर्ड के द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. ज्ञात हो कि बलिया थाना क्षेत्र के दनौली फुलवरिया गांव निवासी 70 वर्षीय बमबम यादव 1985 में हुए एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे, हालांकि जुलाई 2024 में उनकी सजा पूरी हो गयी थी और बाहर आने के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही थी. परिजनों को जेल प्रबंधन के द्वारा गया कि आज बमबम यादव मंडल कारा के ऑफिस में कागजी कार्रवाई करने के दौरान गिर गये. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद कैदी की मौत की सूचना परिजनों को दी गयी. परिजन अस्पताल पहुंचे और शव देखने के बाद आरोप लगाया कि बमबम यादव की मौत जहर खिलाने से या दवा के रिएक्शन से हुई है. इसके बाद मेडिकल बोर्ड के द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया. जानकारी के अनुसार 1985 में बाल्मीकि यादव की गोली मारकर हत्या की गयी थी. इस मामले में चार लोगों को आरोपित बनाया गया था. जिन्हें साल 2012 में जिला न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी थी. इस मामले में तीन आरोपित सुप्रीम कोर्ट से बड़ी हो गये थे जबकि 2012 से ही बमबम यादव आजीवन कारावास की सजा बेगूसराय मंडल कारा में काट रहे थे. मृतक के पुत्र विकास कुमार ने बताया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे. कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही थी. जिसके बाद वह बाहर आते, लेकिन इस बीच उनकी मौत जेल में हो गयी. शव को देखने के बाद शव के शरीर में कई निशान उभरे थे जिस वजह से उन्हें शक है. उनकी जहर खिलाने से मौत हुई है या दवा के रिएक्शन से, इसलिए उन्होंने आपत्ति की जिसके बाद पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा होगा कि बम बम यादव की मौत कैसे और किस वजह से हुई है.क्या कहते हैं काराधीक्षकमंडल कारा में उक्त कैदी की तबियत बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कैदी की मौत हो गयी. संभावना जतायी जा रही है कि उक्त कैदी की मौत हर्ट अटैक से हुई है.राजेश कुमार राय, काराधीक्षक, मंडल कारा, बेगूसराय
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