बीहट. बरौनी प्रखंड के मल्हीपुर मौजे की 1932 बीघा जमीन की जमाबंदी रद्द करने के बाद लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता ही जा रहा है और इसके लिए संगठित होना भी शुरू कर दिया है. वहीं अब विभिन्न संगठन भी किसानों के समर्थन में आगे आ गये हैं. रविवार को मल्हीपुर काली मंदिर परिसर में किसानों की बैठक हुई. जिसमें सैंकड़ों किसानों की मौजूदगी में एक संयुक्त किसान संघर्ष समिति का गठन करते हुए अपने इरादे को जाहिर कर दिया. संघर्ष समिति का अध्यक्ष युवा नेता रोहित कुमार को बनाया गया है. जबकि इसके प्रधान महासचिव सह कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार राय, महासचिव सह मीडिया प्रभारी नगर परिषद बीहट के उपमुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार, सचिव पुनपुन कुमार सिंह, कुंदन कुमार सिंह, अरुण सिंह, भवेश मिश्रा, उपाध्यक्ष सरोज कुंवर, रजनीश कुमार टोनी, कन्हैया सिंह, जापान राय, शशिभूषण प्रसाद यादव, अजय कुमार सिंह, संयोजक चुनचुन सिंह, संरक्षक मंडल में रामशीष सिंह, जगदीश राय, महेंद्र प्रसाद सिंह, बैद्यनाथ राय, अनिल सिंह, इंद्रदेव राय आदि कुल 27 सदस्यीय टीम गठित की गयी. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अपनी जमीन की वापसी के लिए पहले जिला प्रशासन और सरकार के साथ वार्ता करेंगे. बातचीत से बात नहीं बनी तो धरना-प्रदर्शन किया जायेगा. उससे भी बात नहीं बनेगी तब आमरण अनशन करेंगे.बैठक में मल्हीपुर,विष्णुपुर चांद,चकिया, कसहा, बड़याही, बीहट के किसानों ने बैठक में अपनी बात को रखते हुए जिला प्रशासन के विरुद्ध काफी आक्रोशित दिखे. किसानों ने कहा कि हमारी जमीन छीनने की सरकारी साजिश को बेनकाब करेंगे,जान देंगे मगर जमीन नहीं जाने देंगे. मल्हीपुर मौजा के प्रभावित किसान लड़ेंगे और जीतेंगे. मल्हीपुर मौजे के थाना नंबर-503, खाता नंबर-261,खेसरा नंबर-890 और 891 की 1932 बीघा जमीन का लगान किसानों ने 1885 से 2024 तक दिया है. किसानों से जमीन छीनने की नीयत से हजारों जमाबंदी को बरौनी प्रखंड के सीओ ने रद्द कर दिया है. इस प्रक्रिया को अविलंब बंद किया जाये.
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