बेगूसराय.
जिला परिषद बेगूसराय के हमारे कर्मचारी अपनी पांच सूत्री मांग को लेकर पिछले 21 नवंबर से कलमबंद हड़ताल पर हैं. इनके द्वारा जायज मांग को जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी सोमेश बहादुर माथुर के द्वारा गंभीरता पूर्वक अभी तक नहीं लिया जा रहा है. अगर एक सप्ताह के अंदर इनकी मांग को पूरा नहीं किया जाता है तो आगे की रणनीति तैयार कर जिला परिषद के कर्मचारियों के साथ मिलकर बिहार अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ आंदोलन पर मजबूरन उतारेगी. ये बातें अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री मोहन मुरारी ने कही. उन्होंने कहा कि जिला परिषद के हमारे कर्मचारी कई वर्षों से संविदा पर कार्यरत है. सभी कर्मियों को स्वीकृत पद पर नियमित किया जाये, अन्य विभागों में संविदा पर कार्यरत कर्मियों के देय वेतन के अनुरूप इनको भी वेतन दिया जाये. साथ ही सप्तम वे सप्तम वेतन के लाभ एवं वार्षिक वेतन वृद्धि का भी लाभ इन सभी कर्मचारियों को दिया जाये. श्री मुरारी ने कहा कि लगातार कर्मचारियों के साथ सरकार उपेक्षापूर्ण नीति अपना रही है. जिसे किसी भी कीमत में बरदाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने हड़ताल में शामिल कर्मचारियों को अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए आंदोलन को और तेज करने का आह्वान किया. इस मौके पर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष शंकर मोची, सहायक जिला मंत्री अनिल गुप्ता, लव कुमार सिंह के अलावे जिप के कर्मचारियों में संघ के अध्यक्ष मनीष कुमार, चंद्रदेव प्रसाद, महेश यादव, डेजी कुमारी, कंचन कुमारी, सोहन लाल, मोहनलाल, पवन कुमार, सन्नी कुमार सिंन्हा, राजीव राज, अजय कुमार, रंजीत पासवान, दिलीप कुमार महतो, पुलकित कुमार, नीरज कुमार, ललन कुमार, बबन कुमार भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है