शुभंकर,सुलतानगंज
बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत सुलतानगंज नगर परिषद क्षेत्र के अबजूगंज में मकर संक्रांति के पूर्व चूड़ा की खुशबू दूर-दूर तक फैलने लगती है. यहां का बना चूड़ा बिहार झारखंड के कई जिले में जाता है.यहां हर दिन एक लाख किलो चूड़ा तैयार हो रहा है.
यहां लगभग 10 मिल है. जहां चूड़ा तैयार किया जाता है. बिहार झारखंड के कई जिले में चूड़ा की बिक्री के लिए भेजा जाता है. मिल मालिक ने बताया कि मकर संक्रांति को देखते हुए यहां का तैयार चूड़ा की बिक्री काफी होती है. जिसको लेकर हर दिन लगभग एक लाख किलो चूड़ा तैयार किया जाता है. एक सौ टन चूडा एक मिल में औसत तैयार होता है.खासकर दिसंबर से जनवरी माह तक काफी मात्रा में चूड़ा को तैयार करने के लिए मजदूर को लगाया जाता है. पर्व को लेकर लगभग दस हजार से अधिक टन चूडा तैयार का बाजार में उपलब्ध कराया जाता है.
Also Read: मकर संक्रांति पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री खाएंगे भागलपुर का कतरनी चूड़ा, बिहार भवन भेजा गया 300 पैकेट चूड़ाधान से चूड़ा बनाने के लिए भागलपुर, मुंगेर, बांका, लखीसराय जिला के दो से तीन हजार लोग अबजूगंज पहुंचते है.धान से चूड़ा बनाते हैं.जिसके लिए लंबी कतार देखा गया. बताया गया कि पूर्व में यहां धानकुट्टी होता था. धान से चावल बनता था. लेकिन राइस मिल का विकास होने के बाद धान कुट्टी से चावल बनाने का काम बंद हो गया.कई लोग पलायन कर गये. कई व्यवसायी चूड़ा बनाने लगे. लगभग 10 मिल में अभी चूड़ा निर्माण तेजी से हो रहा है. स्व बच्चू साह ने चूड़ा कs कारोबार को फैलाने का काम किया. बिक्री के लिए यहां से दूर-दूर तक बिजनेस को बढ़ावा दिया. जिसके बाद यहां चूड़ा का निर्माण तेजी से होने लगा. बताते चले कि कुटीदार संघ अबजूगंज में किसान को काफी सुविधा प्रदान करती है.
चूड़ा निर्माण को लेकर सरकार के द्वारा बाजार बेहतर तरीके से उपलब्ध कराने के बाद व्यवसाय को और बढ़ावा मिलेगा.व्यवसायी को होने वाली परेशानी से निजात मिलेगा. हजारो परिवार का आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी. बेहतर क्वालिटी का चूडा को लेकर यहां लोग पहुंचते है.
पंकज कुमार,अध्यक्ष,कुटीदार संघ अबजूगंज.
सरकार बेहतर इंतजाम व्यवसाय को लेकर करें. खासकर बाहर से धान लेकर चूड़ा निर्माण को करने वाले ग्रामीणों के लिए सुविधा सरकार के द्वारा मिलनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक संख्या में ग्राहक अबजूगंज में पहुंच सके.
मनीष कुमार,सचिव, कुटीदार संघ अबजूगंज.
जो लोग इस बिजनेस में आश्रित है. उनके उत्थान को लेकर सरकार को सोचना चाहिए. ताकि सुलतानगंज सहित पूरे जिले में मोटा चूड़ा बनाने के लिए बाजार के साथ-साथ व्यापारी को भी सुविधा मिले. अबजूगंज में ट्रेन ठहराव अधिक हो. मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है. जिससे कि व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा. विकास को लेकर योजना बनाने की जरूरत है. मिलर के सुविधा के लिए सरकार ठोस पहल करें जिससे व्यवसाय करने वालों को सुविधा मिल सके.
महेश साह, पूर्व सचिव, कुटीदार संघ अबजूगंज.