भागलपुर. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिवानंद सिंह ने बुधवार को कहलगांव पुलिस बल के साथ कहलगांव स्थित केनरा बैंक, उज्जीवन बैंक, बैंक आफ इंडिया, आइसीआइसीआइ, एचडीएफसी, बैंक आफ बड़ोदा, पीएनबी, यूको, एक्सिस बैंक, एसबीआइ, ग्रामीण, बंधन सहित अन्य सभी बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया. जांच में सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी, कैश काउंटर की सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा सायरन सहित अन्य सुरक्षा बिंदुओं पर जांच की. बैंक के सामने जहां-तहां खडे़ वाहनों को समुचित पार्किंग स्थल पर लगाने के निर्देश बैंक कर्मी को दिये.
बता दें की 10 फरवरी को केनरा बैंक में अपराधियों द्वारा लूटपाट की घटना को अंजाम देने कि कोशिश कि गई थी. जिसको लेकर एसडीपीओ द्वारा समय-समय पर सुरक्षा की जांच का जायजा लिया जाता है. जांच के दौरान कहलगांव एसबीआइ के मुख्य शाखा में अलार्म नहीं बजा. शाखा प्रबंधक को इसे शीघ्र दुरुस्त करवाने का निर्देश दिया गया. अग्निशमन यंत्र की भी जांच कर उपयुक्त जगह पर लगाने को कहा गया. जांच के दौरान बैंक में प्रवेश करते ही एक व्यक्ति के फोन पर बात करने पर एसडीपीओ ने पुलिस कर्मियों को उसकी आइडी जांच करने को कहा. ऑन ड्यूटी ब्रांच के अंदर गेट पर रहने वाले एक सुरक्षाकर्मी को बिना वर्दी के व सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही के तौर पर देखा गया. मौके पर फटकार भी लगायी गयी.
शहर के बीचोबीच स्थित एसबीआइ मुख्य शाखा में सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही देख एसडीपीओ असंतुष्ट नजर आये. तीन-चार बैंक ऐसे पाये गये जहां सुरक्षा गार्ड नहीं थे. प्रबंधक ने हेड ऑफिस को मेल से सुरक्षाकर्मी की मांग के लिए लिखित सूचना देने की बात कही. बैंक के आसपास 8-10 संदिग्धों से पूछताछ की. शहर के ज्वेलरी दुकानदारों को भी उन्होंने सुरक्षा के महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया. डीएसपी शिवानंद सिंह के साथ कहलगांव थानाध्यक्ष श्रीकांत भारती सहित लगभग दो दर्जन से ज्यादा पुलिस बल मौके पर साथ मौजूद थे.
बता दें की 10 फरवरी को केनरा बैंक में दो बाइक पर सवार चार की संख्या में हथियार से लैश अपराधियों ने लूट की कोशिश की थी, जहां सुरक्षाकर्मी कुंदन की सूझबूझ व बहादुरी से लूट की बड़ी वारदात होने से टल गया था. इस मामले में पुलिस ने संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था .