भागलपुर: विशेष केंद्रीय कारा (कैंप जेल), भागलपुर पहुंची आठ माह की गर्भवती पल्लवी (26) की मंगलवार को मौत हो गयी. महिला अपने पति घोघा के जानीडीह निवासी गोविंद कुमार उर्फ गुड्डू यादव से मिलने जेल पहुंची थी, जो हत्या के प्रयास के मामले में पिछले छह माह से जेल में बंद है. जेल में पति की हालत देख वह बेहोश हो गयी, जिसके बाद उसे मायागंज अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी मिलने पर महिला के मायके व ससुराल पक्ष के लोग मायागंज अस्पताल पहुंचे.
छह जून 2022 को घोघा के जानीडीह निवासी गोविंद कुमार और उनके गोतिया मनोज यादव व विनोद यादव के परिवार के लोगों के बीच मारपीट हुई थी. मामले में दोनों पक्षों ने घोघा थाना में हत्या के प्रयास और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कराया था. 23 नवंबर 2022 को पुलिस ने गुड्डू सहित उनके परिवार के अन्य लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. मामले में अन्य लोगों को जमानत मिल गयी, लेकिन गुड्डू को जमानत नहीं मिल पायी. परिजनों ने उसकी जमानत के लिए पटना हाइकोर्ट में आवेदन दायर किया था. गर्मी छुट्टी के बाद जमानत पर सुनवाई होनी थी.
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मायागंज अस्पताल पहुंचे गुड्डू के भाई विक्की ने बताया कि जब उनका भाई जेल गया था, उस वक्त उनकी भाभी पल्लवी दो माह की गर्भवती थी. परिवार के लोगों ने फैसला लिया कि इस अवस्था में वे लोग जेल ले जाकर भाई से भाभी की मुलाकात नहीं करायेंगे. पिछले कुछ दिनों से भाभी बार-बार भाई से मिलने की जिद कर रही थी. इसके बाद वे लोग मंगलवार को भाभी को कार से लेकर कैंप जेल पहुंचे. वहां मुलाकाती कक्ष में भाभी की भाई से मुलाकात हुई. भाई को जेल की सलाखों के पीछे देखते ही उनकी भाभी बेहोश होकर वहीं गिर गयी. वे लोग उन्हें लेकर मायागंज अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनकी भाभी को मृत घोषित कर दिया.
मृतका की सास माला देवी ने बताया कि पल्लवी उनके गांव की ही रहनेवाली है. तीन साल पहले परिवार वालों की रजामंदी से गुड्डू और पल्लवी ने प्रेम विवाह किया था. शादी के सवा दो साल के बाद पल्लवी गर्भवती हुई. गोविंद और पल्लवी को पहला बच्चा होने वाला था. इसे लेकर परिवार में खुशी का माहौल था. इसी दौरान गोविंद जेल चला गया. इसके बाद से पूरा परिवार पल्लवी का ख्याल रखने लगा. पल्लवी के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गोविंद से मिलाने जेल नहीं ला रहे थे. लेकिन काफी जिद के बाद उसे गोविंद से मिलवाने कैंप जेल लाये, जहां यह घटना हो गयी.
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जेल में बंद पति से मिलने पहुंची आठ माह की गर्भवती पल्लवी जीते जी अपने पति को जेल से बाहर तो नहीं देख पायी पर मरने के बाद न्यायालय ने जेल में बंद पति को पेरोल दिया है. पेरोल मिलने के बाद कैंप जेल में बंद जानीडीह निवासी गोविंद उर्फ गुड्डू यादव मंगलवार की रात 10.05 बजे जेल से बाहर आया. पेरोल मिलने के बाद कोर्ट के आदेश पर परिजनों ने जेल प्रबंधन को 12 हजार रुपये और ढाई हजार रुपये की राशि जमा करायी. इसके बाद जेल प्रबंधन ने पुलिस केंद्र से आये एक जमादार और पांच जवानों के साथ गोविंद को पेरोल पर 24 घंटे के लिए रिहा कर दिया. पेरोल मिलने के बाद मंगलवार देर रात परिजन गोविंद को लेकर उसके घर पहुंचे, जहां वह पत्नी के शव को देखते ही बेहोश होने लगा. होश आने पर चीख-चीख कर रोता और एक ही बात कहता हे माई, 15 दिन का और बात था, काहें पल्लवी को मिलने के लिए भेज दी. अब कौन देखेगा हमको और मेरा परिवार को.