-49 करोड़ निकासी की दी गयी थी स्वीकृति, बजट की उपलब्धता का अभाव बता कर पहले दिया था सिर्फ 33 कराेड़
स्मार्ट सिटी की अधूरी योजनाओं को पूरी करने के लिए 49 करोड़ की राशि की निकासी की स्वीकृति 18 मार्च को दी गयी थी. बजट की उपलब्धता के अभाव के कारण योजना मद में पूरी राशि नहीं मिली थी. स्वीकृत 49 करोड़ में केंद्रांश की राशि 33 करोड़ रुपये को सहायक अनुदान के रूप में वर्ष 2023-24 में निकासी करने को कहा गया था. 16 करोड़ बकाया रह गया था. नगर विकास एवं आवास विभाग (यूडीएचडी) के सरकार के अपर सचिव मनोज कुमार ने बकाया राशि 16 करोड़ की निकासी की स्वीकृति दी है. इससे संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया है. इस राशि में योजना के लिए 13.50 करोड़ रुपये और प्रशासनिक एवं अन्य व्यय मद में 2.50 करोड़ की राशि शामिल है. अभी तक चार योजनाएं अधूरी हैं. इनमें रीवर फ्रंट डेवलपमेंट, भैरवा तालाब सौंदर्यीकरण, हवाई अड्डे का परिधीय विकास एवं मल्टीलेवल ऑटोमैटेड कार पार्किंग शामिल है. जून तक में स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट खत्म करना है.
जानें, कौन सी योजनाओं पर कितनी राशि की जा रही खर्च
1. रीवर फ्रंट डेवलपमेंट : 169.25 करोड़ रुपये
2. भैरवा तालाब सौंदर्यीकरण : 40.42 करोड़ रुपये 3. हवाई अड्डे का परिधीय विकास : 14.10 करोड़ रुपये4. मल्टीलेवल ऑटोमैटेड कार पार्किंग : 9.54 करोड़ रुपये
जानें, कितनी फीसदी रह गया है काम
1. रीवर फ्रंट डेवलपमेंट : 25 %
2. भैरवा तालाब सौंदर्यीकरण : 45 %
3. हवाई अड्डे का परिधीय विकास : 40%
4. मल्टीलेवल ऑटोमैटेड कार पार्किंग : 20%