एसएसपी आवास के महज कुछ कदम की दूरी पर स्थित जिला कृषि कार्यालय परिसर के विभिन्न विभाग के भवन में चोरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. यहां ना पुलिस की हनक काम आ रही है, ना केस दर्ज होने पर चोरों का मनोबल टूट रहा है. 10 दिनों के अंदर दाे-दो बार चोरी हो चुकी है. पिछले दो साल में छह बार हो चुकी है चोरी पिछले दो साल में जिला कृषि कार्यालय परिसर के आत्मा भवन, पौधा संरक्षण विभाग, भूमि संरक्षण विभाग एवं उद्यान विभाग से छह बार चोरी हो चुकी है. अधिकतर बार चोर एसी को निशाना बना रहे हैं. उद्यान विभाग में अब तक तीन बार एसी की चोरी हो गयी. एक बार चोरी होने पर विभाग की ओर से पुलिस के पचड़े में नहीं पड़ने की सोच से रिपोर्ट दर्ज नहीं करायी गयी. दूसरी बार जब चोरी हुई तो रिपोर्ट दर्ज करायी गयी. तब विभाग के कर्मियों ने बताया कि दो से तीन घंटे की लंबी प्रक्रिया के बाद रिपोर्ट दर्ज की गयी. 12 दिन के अंतराल में दो बार एसी की चोरी उद्यान विभाग के भवन से हो गयी. अब एक और एसी को चोरों से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर खोल कर रख दिया गया, जबकि अब गर्मी की आहट पड़ने लगी है. जिला कृषि कार्यालय परिसर में है चार गार्ड कार्यरत जिला कृषि कार्यालय परिसर में चार गार्ड कार्यरत हैं. उन पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है. लगातार चोरी होने से कर्मचारियों के बीच चर्चा जोरों पर है. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि स्मैक गैंग एसी के कॉपर तार, पाइप व एसी चोरी को अंजाम दे रहे हैं. कहते हैं जिला कृषि पदाधिकारी लगातार चोरी की घटनाओं से अवगत हुए हैं. पहले कृषि कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी व पदाधिकारी के बीच विचार करके चोरी रोकने पर रणनीति बनायी जा रही है. इससे पहले मूल कारण का पता लगाया जा रहा है. इसमें पुलिस प्रशासन की भी मदद ली जायेगी. प्रेमशंकर प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी
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