भागलपुर में इस साल कई नयी योजनाओं पर काम शुरू होने के आसार हैं, जबकि कई नयी सुविधाएं भी बहाल होंगी. जिला प्रशासन ने सरकार को कई प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा है. कुछ प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और उसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है. सब कुछ ठीक रहा और ससमय सरकार की ओर से अनुमति के साथ राशि निर्गत कर दी गयी, तो भागलपुर जिले के लिए वर्ष 2022 कई नयी सौगात देगा.
विक्रमशिला महाविहार के पास केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए इस वर्ष भू-अर्जन शुरू हो सकता है. जिला प्रशासन ने सबसे उपयुक्त जगह कहलगांव के परशुरामचक को बताते हुए प्रस्ताव भेज दिया है. यहां जमीन के अधिग्रहण करने में किसी प्रकार का अड़चन नहीं है. इस बाबत सुझाव देते हुए एक अनुरोध पत्र जिला प्रशासन ने शिक्षा विभाग को गत दो अप्रैल को भेज दिया है.
कहलगांव के ऐतिहासिक बटेश्वर स्थान को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. पर्यटन विकास निगम इसकी डीपीआर तैयार करेगा. इस बाबत निगम को निर्देश देने का अनुरोध जिला प्रशासन ने पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव से किया है. एक किलोमीटर लंबी सड़क पर पेवर ब्लॉक, टॉयलेट, पेयजल स्थल, व्यू प्वाइंट आदि बनाया जायेगा.
भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के बाहर चारों तरफ बसे गांवों में शहर जैसी सुविधा देने की योजना है. गांव को गांव का और ग्राम पंचायत को ग्राम पंचायत का दर्जा बरकरार रहेगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने प्लानिंग एरिया (आयोजना क्षेत्र) में ऐसे गांवों का नाम शामिल किया है, जो शहरी क्षमता वाले हैं. इसका प्रस्ताव तैयार है और जनप्रतिनिधियों की बैठक के बाद सरकार को भेजा जायेगा.
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अलीगंज स्थित सिल्क मिल कैंपस में वृहद आश्रय केंद्र बन रहा है. भवन का निर्माण 60 प्रतिशत से अधिक हो चुका है. इसमें एक तरफ बाल गृह और दूसरी ओर बालिका गृह होंगे. नवंबर तक निर्माण कार्य पूरा हो जाने और इसके बाद बाल व बालिका गृह के बच्चों को शिफ्ट करने की योजना है. इसमें 18 से 21 उम्र के बच्चे भी रह सकेंगे. कई सुविधाओं से यह भवन लैस होगा.
भागलपुर में दूसरा बाल मित्र न्यायालय इसी महीने खुल जायेगा. लैंगिक अपराध से पीड़ित बच्चों को पॉक्सो एक्ट के प्रावधानों के तहत कोर्ट में सुनवाई के दौरान पारिवारिक माहौल देने के लिए भी इस न्यायालय की स्थापना की जा रही है. भागलपुर जिला कोर्ट परिसर में यह दूसरा बाल मित्र न्यायालय है, जिसका निर्माण पूरा हो चुका है. अब उद्घाटन की तैयारी हो रही है.
बटेश्वर व कहलगांव के गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने तैयार कर नगर विकास विभाग को भेज भी दिया है. यह प्रस्ताव कहलगांव नगर पंचायत द्वारा तैयार किया गया है और उपविकास आयुक्त ने नगर विकास एवं आवास विभाग के उपसचिव को मंगलवार को भेजा. पांच वर्षों तक सौंदर्यीकरण और रखरखाव पर तीन करोड़ 72 लाख 94 हजार 800 रुपये का खर्च आयेगा.