वरीय संवाददाता, भागलपुर मायागंज अस्पताल में भर्ती कई मरीजों को डोनर के अभाव में खून उपलपब्ध नहीं हो पाता है. इस स्थिति में डॉक्टर मरीज के परिजनों को सलाह देते हैं कि अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा से जाकर मिले. उनके आदेश पर ब्लड बैंक से खून मिल सकता है. बुधवार को गायनी वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज के परिजन खून की मांग करते हुए अधीक्षक के पास पहुंचे. उन्होंने मरीज के चिट्ठे पर साइन करने का आग्रह किया. इसपर अधीक्षक ने कहा कि चिट्ठे पर मरीज का रक्त का हीमोग्लोबिन लेवल, ब्लड ग्रुप व बीमारी का नाम समेत अन्य जानकारी नहीं लिखी है. इस स्थिति में लोग बिना जरूरत के खून लेकर इसे छह से सात हजार रुपये में बेच भी सकते हैं. अधीक्षक ने परिजन को कहा कि जिस डॉक्टर से आपको भेजा है, उससे रिपोर्ट पर पूरी जानकारी लिखने को कहियेगा. अधीक्षक ने पर्ची पर यह बात लिख भी दी. अधीक्षक ने कहा कि अगर एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल, प्रसव या ऑपरेशन के दौरान अधिक रक्तस्त्राव व अत्यंत कम हीमोग्लोबिन वाले मरीज मिलते हैं तो इन्हें ब्लड बैंक से फ्री में ब्लड आसानी से मिलेगा. लेकिन गैर जरूरी मरीजों को खून देने के लिए डोनर को लाना होगा.
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