– मायागंज अस्पताल में निजी एजेंसी द्वारा संचालित एमआरआइ जांच बीते 20 दिनों से बंद वरीय संवाददाता, भागलपुर मायागंज अस्पताल में एमआरआइ जांच बीते 20 दिनों से बंद है. इस कारण रोजाना 10 से 15 मरीज बिना जांच कराये लौट रहे हैं. इमरजेंसी में मरीज जांच कराने निजी सेंटर पर जा रहे हैं. वहीं मायागंज अस्पताल के सरकारी रेट से दोगुनी अधिक राशि खर्च हो रही है. एमआरआइ जांच के लिए सर्वाधिक हड्डी व स्पाइन से जुड़े मरीज आते हैं. वहीं शरीर के अन्य हिस्से की जांच होती है. एमआरआइ सेंटर का संचालन एक निजी एजेंसी से कराया जा रहा है. मरीजों को आरोप है कि सरकारी दर पर चलने वाली मशीन को जानबूझकर बंद किया गया है. इससे निजी सेंटरों की चांदी कट रही है. दरअसल एमआरआइ मशीन में हीलियम गैस खत्म होने के कारण यह ठप पड़ गया है. रेडियालॉजी विभाग के एचओडी डॉ सचिन कुमार ने बताया कि निजी एजेंसी ने कई बार कहा है कि हीलियम गैस मंगवा रहे हैं. कई दिन बीत गये लेकिन जांच शुरू नहीं हो पायी है. मायागंज व सदर अस्पताल में सीटी स्कैन जांच शुरू मायागंज अस्पताल के बाद सदर अस्पताल में भी सीटी स्कैन जांच शुक्रवार को शुरू हो गयी. दोनों अस्पतालों में 40 से अधिक जांच की गयी. मरीजों को अब आधी कीमत पर सीटी स्कैन जांच की सुविधा मिल रही है. सदर अस्पताल प्रभारी डाॅ. राजू ने बताया कि मशीन की खराबी को दूर कर लिया गया है. बेंगलुरु से आये मशीन को ट्यूब को बदल दिया गया है. बीते दो दिनों से यहां जांच बंद था. जबकि मायागंज अस्पताल में एक माह बाद मशीन ठीक होने के बाद जांच शुरू हुई.
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