मायागंज अस्पताल के फैब्रिकेटेड वार्ड में जब से मेडिसिन इमरजेंसी विभाग को शिफ्ट किया गया है, यहां पर मरीजों के इलाज में लापरवाही की शिकायत थम नहीं रही है. नया मामला शनिवार का है, जब दोपहर बाद दो बजे से लेकर रात नौ बजे तक की इवनिंग शिफ्ट में कई नर्सें नर्सिंग स्टेशन से गायब दिखीं. इस कारण मरीजों को भर्ती कराने में परिजनों को काफी समस्या हुई. करीब एक घंटे तक मरीज को भर्ती कराने की गुहार लगाते रहे. दुमका के मरीज मोहम्मद आजम की बीवी रुखसाना खातून ने मामले की शिकायत की. उन्होंने बताया कि काउंटर पर एक भी नर्स नहीं हैं. एक घंटे से पति को भर्ती कराने के लिए भटक रहे हैं. जब मामले की शिकायत वहां पर मौजूद डॉक्टरों से की गयी तो मरीज को डॉ. हेमशंकर शर्मा की यूनिट में भर्ती कर लिया गया. परिजन ने बताया कि मरीज को चलने व उठने बैठने में दिक्कत हो रही है. बीते तीन दिन से तबीयत ज्यादा खराब हो गयी है. इलाज के दौरान डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगवाने को कहा. इसपर दूसरी नर्सों ने कहा कि इंजेक्शन नहीं है, रविवार को लग पायेगा. इधर, मरीज की हालत बिगड़ रही है. मामले पर अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने कहा कि इस लापरवाही के खिलाफ सोमवार को कार्रवाई की जायेगी. ड्यूटी से गायब नर्सों को वहां से हटाकर मेडिसिन की जगह सर्जरी इमरजेंसी में लगाया जायेगा.
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