जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के शिशुरोग विभाग में शनिवार को नवजात बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा पदाधिकारियों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का समापन हुआ. 22 से 26 अक्तूबर तक शिशु विभाग में संचालित प्रशिक्षण सत्र का विषय था.. नवजात एवं बाल रोग का सुविधा आधारित एकीकृत प्रबंधन (एफ-आइएमएनसीआइ). समापन सत्र में विभिन्न जिलों से आये सभी प्रतिभागी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रमाणपत्र वितरित किया गया. अंतिम सत्र में बच्चों में एनीमिया एवं कुपोषण विषय पर प्रशिक्षण दिया गया. विभाग के अध्यक्ष डॉ अंकुर प्रियदर्शी ने बच्चों में होने वाली एनीमिया बीमारी का कारण, उपचार एवं रोकथाम की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बच्चों के शरीर में आयरन की कमी से खून की कमी यानी एनीमिया हो सकता है. वहीं खून की कमी से चिड़चिड़ापन, याददाश्त में कमी, भूख न लगना, ब्रेथ होल्डिंग स्पेल यानी रोते-रोते सांस रुक जाना, फेब्राइल सीजर व सेरेब्रल थ्रोंबिसिस जैसी बीमारी भी हो सकती है. विभाग के डॉ राकेश कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार एवं डॉ पीके यादव ने कुपोषण का उपचार व अन्य विषयों पर प्रशिक्षण दिया. प्रशिक्षण सत्र में भागलपुर के अलावा मुंगेर, बांका, लक्खीसराय, जमुई एवं खगड़िया के चिकित्सक शामिल हुए. कार्यक्रम में अविनाश कुमार समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे.
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