बंगाल की खाड़ी में विकसित हवा के दबाव का क्षेत्र के कारण जिले में दिनभर बूंदाबांदी व तेज हवा चलती रही. दिनभर धूप नहीं निकलने से छोटे बच्चों व मरीजों को ठंडक का भी अहसास हुआ. दिन में एक बार भी धूप नहीं निकली. आसमान में घने बादल छाये रहे. मंगलवार से जिले का मौसम साफ रह सकता है. सोमवार को 6.4 मिलीमीटर बारिश हुई, इस कारण हवा में नमी की मात्रा शत प्रतिशत रही. दिन का अधिकतम तापमान चार डिग्री कम होकर 26 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा. करीब 10 किमी प्रतिघंटा की गति से पूर्वा हवा चलती रही. इधर, लो प्रेशर एरिया के कारण भागलपुर समेत पूरे पूर्व बिहार के जिलों के 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई. बिहार से ज्यादा असर संथाल परगना इलाके में दिखा. लो प्रेशर एरिया धीरे-धीरे पश्चिम बिहार व यूपी की ओर बढ़ रहा है. बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि धान की फसल में खैरा बीमारी दिखाई पड़ने पर खेतों में जिंक सल्फेट 5.0 किलोग्राम और 2.5 किलोग्राम बुझा चूना का 500 लीटर पानी में घोल बना कर एक हेक्टेयर में छिड़काव करें. उचास जमीन में अरहर की बुआई करें.
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