गंगा मुक्ति आंदोलन की ओर से शुक्रवार को कहलगांव कागजी टोला में बैठक हुई. संगठन की 43वीं वर्षगांठ पर आयोजित राष्ट्रीय विमर्श, गंगा बेसिन समस्याएं एवं समाधान तैयारी की समीक्षा की गयी. वरिष्ठ सदस्य उदय ने कहा कि राष्ट्रीय विमर्श में स्थानीय साथी के अलावा देशभर के लगभग 150 शामिल होंगे. इसमें गंगा पर काम करने वाले कई विशेषज्ञ ऑनलाइन माध्यम से विमर्श कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस साल फ्री फिशिंग एक्ट पर विशेष चर्चा होगी. 22 फरवरी को नौका जुलूस, दीपदान कार्यक्रम होंगे, जबकि 23 फरवरी को फरक्का बराज, छोटी नदियों का अस्तित्व, जलवायु संकट, नदी तंत्र और विकास की अवधारणा पर सत्र विमर्श होगा. बिहार प्रदेश मत्स्यजीवी जल श्रमिक संघ के प्रांतीय संयोजक योगेंद्र सहनी ने बताया कि पहले दिन का कार्यक्रम काली घाट तथा दूसरे दिन का कार्यक्रम संथालिया धर्मशाला में होगा. 24 फरवरी को कोर कमेटी की बैठक भागलपुर में होगी. बैठक की अध्यक्षता पूजो सहनी ने की, संचालन सुनील सहनी ने किया. इस मौके पर जय करण सत्यार्थी, कुंज बिहारी, पवन कुमार, अर्जुन सहनी, बिरजू सहनी उपस्थित थे.
ओपीडी के ग्राउंड फ्लोर में महिलाओं का अल्ट्रासाउंड बंद
जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के ओपीडी के ग्राउंड फ्लोर में महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड जांच बंद कर दी गयी है. अस्पताल प्रबंधन ने अधिक भीड़ के कारण महिलाओं को सुविधा के लिए दूसरे तल पर अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर शुरू की, लेकिन महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर गंभीर मरीज को अधिक परेशान होना पड़ा. ऐसे में वृद्धा व गंभीर मरीजों को गोद तक में उठाना पड़ रहा है. नवगछिया से आयी वृद्धा मरीज मंजू देवी ने परेशानी बयां की. फिर भी एजेंसी का दिल नहीं पसीजा. आखिर में परिजनों को ऊपर गोद में उठाकर ले जाना पड़ा. ओपीडी के हेल्थ मैनेजर सौरभ कुमार ने कहा कि अधिक सुविधा के लिए महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड जांच की अलग व्यवस्था की गयी. स्ट्रेचर उपलब्ध है. इसके लिए परिजनों को सजग रहना होगा.
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