हैंडओवर किये बिना ही सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीपेट) कॉलेज में पढ़ाई शुरू कर दी गयी है. मालूम हो कि सीपेट के भवनों की कुल लागत 21 करोड़ रुपए है. पिछले वर्ष नवंबर में निर्माण पूरा कर बिल्डिंग हैंडओवर करना था, लेकिन एजेंसी द्वारा अब तक हेंडओवर नहीं किया गया. जबकि संस्थान को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से मान्यता ली गई है. हैंडओवर किए बिना ही संस्थान में अब पढ़ाई शुरू हो चुकी है. सात करोड़ की लागत से मशीनें भी खरीदी गयी हैं. जानकारी के अनुसार अलीगंज स्थित सीपेट भवन का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है. पिछले वर्ष नवंबर के दूसरे सप्ताह में ही निर्माण पूरा होना था. संस्थान का निर्माण इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अथॉरिटी (आइडीए) करा रही है. अधिकारियों का कहना है कि अकादमिक भवन, वर्कशॉप, पुरुष व महिला छात्रावास का काम पूरा हो चुका है. बिजली का काम अधूरा है. भवन के रंगरोगण का कार्य पूरा हो चुका है. सीपेट संयुक्त निदेशक अभित लकड़ा ने बताया कि 7.20 करोड़ रुपए से 56 तरह की मशीन आ चुकी हैं. आइडीए के अधिकारी ने बताया कि संस्थान निर्माण कार्य के लिए राशि का भुगतान किया जा चुका है. सोलन, रांची और ग्वालियर सीपेट के साथ ही यहां शुभारंभ होना था. उद्घाटन हुए आठ माह बीत चुके हैं, लेकिन अबतक हैंडओवर नहीं हो सका है.
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