भोलानाथ आरओबी के निर्माण कार्य की गति धीमी हो गयी है. यही हाल रहा, तो तय समय पर काम पूरा हो पाना संभव नहीं है. कुछ दिन पहले भी सप्ताह तक काम बंद रहा था. फिर शुरू हुआ तो गति नहीं पकड़ पा रहा है. दरअसल, जिस अलाइनमेंट पर आरओबी बन रहा है, वहां 33 हजार वोल्ट का केबल बिछा है. यह कितनी गहरायी में है और सड़क किनारे कितनी दूरी पर स्थित है, इसका अनुमान लगाना एजेंसी के कामगारों के लिए मुश्किल हो गया है. पाइलिंग के दौरान जान-माल के नुकसान की आशंका बनी है. कुछ दिन पहले घटना भी घटी थी. पाइलिंग के दौरान 33 हजार वोल्ट के केबल से ड्रिल मशीन सट गया था और चिंगारी के साथ धुआं उठने लगा था. करंट की चपेट में आने से आधा दर्जन से अधिक कामगार बाल-बाल बच गए थे. एजेंसी ने पुल निर्माण निगम से नक्शा की मांग की है, अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाया है.
यही नहीं आरओबी निर्माण में और भी कई अड़चनें हैं. इसको दूर किए बिना कार्य में तेजी नहीं आ सकती है. आरओबी के इस प्रोजेक्ट में बिजली का तार-पोल शिफ्टिंग कार्य शामिल नहीं है. इसके लिए एजेंसी के साथ अबतक एग्रीमेंट नहीं हुआ है. एजेंसी ने इस कार्य पर 10-15 लाख खर्च कर दिए हैं. एग्रीमेंट जबतक नहीं होता है, तबतक शिफ्टिंग कार्य में खर्च राशि मिल नहीं सकती है.
04 करोड़ 08 लाख का एजेंसी को हुआ भुगतान
आरओबी का निर्माण कार्य की उपलब्धता के आधार पर पुल निर्माण निगम ने अबतक एजेंसी को 04 करोड़ 08 लाख रुपये का भुगतान किया है. एजेंसी का दावा है कि उन्होंने अबतक 12-14 करोड़ खर्च कर दिया है. कार्य की उपलब्धता के आधार पर अगर राशि नहीं मिलती रही, तो इसका असर कार्य प्रगति पर पड़ सकता है.
07 माह बाद भी रेलवे से एनओसी नहीं, भोलानाथ व बौंसी रेल पुल के पास कार्य ठप
भोलानाथ और बौंसी रेलवे पुल के ऊपर से गुजरने वाले भोलानाथ ओवर ब्रिज निर्माण के लिए सात महीने पहले बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा अनापत्ति पत्र (एनओसी) के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अबतक रेलवे से निगम को स्वीकृति नहीं मिल सकी है. ऐसी स्थिति में दोनों रेलवे पुल के बीच आरओबी के निर्माण में अड़चन खड़ी हो गई है. दोनों पुल के पास कार्य ठप है. एनओसी के इंतजार में भोलानाथ और बौंसी रेलवे पुल के बीच ओवर ब्रिज के पिलरों का काम शुरू नहीं हो पाया है.
भोलानाथ फ्लाइओवर निर्माण के लिए पुल निर्माण निगम को दो साल के लिए एनओसी मिला था, लेकिन इस बीच काम नहीं हुआ. जून 2025 तक भोलानाथ ओवर ब्रिज निर्माण पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है, लेकिन एनओसी के पेंच में इस योजना के समय पर पूरी होने की संभावना कम है. अब तक भू-अर्जन की कार्रवाई भी पूरी नहीं हो सकी है.
आरओबी बनने में जितनी होगी देरी, उतनी देरी से आवागमन के लिए खुलेगा रास्ता
आरओबी निर्माण को लेकर भीखनपुर से शीतला स्थान चौक तक यातायात बंद है. ट्रैफिक ब्लॉक लिया गया है. आरओबी का निर्माण होने तक यातायात बंद ही रहेगा. आरओबी बनने का समय जून 2025 निर्धारित है. मगर, इस तरह की अड़चनों को दूर नहीं किया गया तो इसके पूरा होने में देरी संभव है. जाहिर है कार्य पूर्ण हुए बिना यातायात शुरू नहीं किया जा सकता है.
डीएम ने किया भोलानाथ आरओबी का निरीक्षण
भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने पुल निर्माण निगम के अभियंताओं के साथ यातायात व्यवस्था में सुधार को लेकर निर्माणाधीन भोलानाथ पुल का मंगलवार को निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि पुल के समीप लगातार जाम की समस्या रहती है. लोगों की मांग थी कि आवागमन की सुविधा हो. लोग निर्माणाधीन पुल के अतिरिक्त एक और पुल की मांग कर रहे हैं. पुल निर्माण निगम की टीम के साथ इसका आकलन किया गया. रेलवे पुल के ऊपर से एक ब्रिज बनाया जा रहा है. यहां सीधा रास्ता ही संभव है. साथ ही लेफ्ट साइड से जो रास्ता जा रहा है, उसे अंडरपास से कनेक्ट किया जायेगा. इससे लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी. कार्यस्थल पर ऊबड़-खाबड़ सड़क को मशीन से 24 घंटे के भीतर दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है.
भोलानाथ निर्माण का कार्य के लिए 4 करोड़ 08 लाख रुपये का भुगतान हुआ है. बिजली तार-पोल के शिफ्टिंग कार्य का एग्रीमेंट नहीं हो सका है. एग्रीमेंट जल्द होने की उम्मीद है. कार्य में तेजी भी आयी है. रेलवे से एनओसी जल्द मिलने की उम्मीद है.
अनिल कुमार सिंह, सहायक अभियंतापुल निर्माण निगम, कार्य प्रमंडल, भागलपुर