खरीक चोरहर गांव स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा का सीएसपी संचालक प्रवीण कुमार मेहता सौ से अधिक खाताधारकों का 40 लाख रुपये लेकर पूरे परिवार के साथ फरार हो गया. पीड़ित खाताधारक परेशान हैं. गुरुवार को दर्जनों खाताधारकों के साथ सीएसपी का एफआई समन्वयक रोशन कुमार खरीक थाना पहुंच आरोपित सीएसपी संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है. थाना में ग्राहकों की लिस्ट तैयार की गयी. थाना में दिये आवेदन में कहा है कि खाताधारकों की शिकायत पर घटना की जांच की गयी, जिसमें पता चला कि फरार संचालक पत्नी अनीता देवी समेत परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से बायोमैट्रिक अंगूठा प्रिंट लेकर अवैध निकासी की है. जमा राशि का फर्जी जमा रिसीविंग दिया है. खाता की राशि जांच करने के नाम पर सीएसपी संचालक ने निकासी कर ली है. खाता धारकों के खाते से राशि को दूसरे के खाता में ट्रांसफर कर दिया. अबतक की जांच में 40 लाख से अधिक की हेराफेरी करने की बात सामने आयी है. जांच करने पर हेराफेरी की राशि में वृद्धि निश्चित है. पुलिस आवेदन मिलते ही पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है. खाताधारकों ने बताया कि इस घटना में बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मियों की अहम भूमिका है. जब भी हमलोग पासबुक अपडेट करवाने जाते थे, हर बार मशीन खराब होने की बात कह कर हमलोगों को घुमा दिया जाता था, जिससे हम लोगों को अपने खाता की जमा-निकासी की जानकारी समय पर नहीं मिल पायी. सीएसपी संचालक हम लोगों का रुपये लेकर फरार हो गया. बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर हरि ओम ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मैं सीएसपी के उच्चाधिकारी को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे कार्रवाई के लिए कहा. हर हाल में पीड़ित खाताधारकों को न्याय दिलाने में हरसंभव सहयोग किया जायेगा. खरीफ थानाध्यक्ष मामले की जांच कर रही है.
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